छत्तीसगढ़

राम के नाम पर जाम ही जाम, सुबह शाम जाम, जाम के बाद जाम, ये हेडलाईंस आजकल चर्चा में है युथआईकांन राघवेंद्र पाण्डेय की राजनिति को लेकर ……क्या है ईनसाईड स्टोरी

जांजगीर चाम्पा – जिले में समाजसेवा के क्षेत्र में पं राघवेन्द्र पाण्डेय का बड़ा नाम है कांग्रेस में उनकी पहचान एनएसयुआई और युथकाँग्रेस आईकाँन की है लेकिन लम्बे समय से श्री पाण्डेय पार्टी और नेताओं से दुरी बनाकर रखें है

कांग्रेस में उनकी सक्रियता की मांग को लेकर जिले के युवा शोसल मिडिया और मिडिया में अपनी भावनाओं को व्यक्त करने लगे है वे चाहते है कि पाण्डेय युवा वर्ग का नेतृत्व करें । उनके जनआंदोलनों से जुड़े किससे युवाओं को आज भी प्रेरित करता है पाण्डेय कांग्रेसी विचारधारा के अलावा हिन्दुवादी नेता के रूप में भी जाने जाते है इसके बावजुद भी उन्होंने भगवान राम को राजनितिक मुद्दा बनाने का कड़ा विरोध किया था । वर्ष 2007 में भाजपा ने रामसेतु को मुद्दा बनाकर कांग्रेस के खिलाफ पुरे देश में सुबह 08 से 11 बजे तक तीन घंटे के चक्काजाम का आह्वान किया था जिला मुख्यालय जांजगीर में भी भाजपा ने सुबह तीन घंटे का चक्काजाम किया था जिसके विरोध में पं राघवेन्द्र पाण्डेय ने उसी शाम को उसी जगह पर जिला मुख्यालय जांजगीर में बाईपास सेतु (बाईपास सड़क) को मुद्दा बनाकर भाजपा के खिलाफ दोपहर 03 से शाम 06 बजे तक़ तीन घंटे के चक्काजाम का आह्वान कर दिया था जिसमें उन्हें भारी जनसमर्थन मिला था प्रदेश में भाजपा की सरकार थी जिले भर से आये भाजपा नेताओं की वापसी को लेकर जिला प्रशासन पर दबाव था रास्ता बहाली के लिये आंदोलन को तितर बितर करने तथा राघवेंद्र पाण्डेय को गिरफ्तार करने पुलिस दलबल के साथ पहुंचे अतिरिक्त कलेक्टर सुकुमार चांद को जनसैलाब के सामने झुकना पड़ा था तीन घंटे बीतने का बाद ही श्री पाण्डेय ने आंदोलन समाप्ति की घोष्णा किया था जांजगीर चाम्पा मिडिया के ईतिहास में भी यह पहला वक्त था जब अखबारों को अपने फ्रंट पेज के हेडलाईंस बदलने पड़े थे भाजपा के चक्काजाम की जो खबरें छपने के लिये शाम तक भेजी जा चुकी थी उसे रात को बदलने पड़े थे, किसी ने लिखा जाम के बाद जाम, तो किसी ने लिखा सुबह शाम जाम, तो किसी ने लिखा जाम ही जाम ये हेडलाईंस पाण्डेय की राजनितिक सक्रीयता की मांग को लेकर ये काफी चर्चा है

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