LAC पर भारत सख्त जयशंकर बोले की-: चीन के किसी भी प्रयास को सफल नही होने देंगे

भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा है कि चीन की ओर से वास्तविक नियंत्रण रेखा को बदलने के किसी भी एकतरफा प्रयास की अनुमति भारत नहीं देगा. उन्होंने कहा कि देश के पूर्वी हिस्से लद्दाख में भारतीय सेना ने एलएसी पर चीनी सैनिकों को मुंहतोड़ जवाब दिया थाभारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा है कि चीन की ओर से वास्तविक नियंत्रण रेखा को बदलने के किसी भी एकतरफा प्रयास की अनुमति भारत नहीं देगा. उन्होंने कहा कि देश के पूर्वी हिस्से लद्दाख में भारतीय सेना ने एलएसी पर चीनी सैनिकों को मुंहतोड़ जवाब दिया था
उन्होंने कहा कि चीन ने 1993 और 1996 के समझौतों का उल्लंघन करते हुए वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर बड़े पैमाने पर सैनिकों को जुटाया था और उनका प्रयास स्पष्ट रूप से एलएसी पर एकतरफा बदलाव का था.
विदेश मंत्री जयशंकर ने एक मीडिया हाउस की ओर से आयोजित कार्यक्रम में कहा कि भले ही हम उस समय कोरोना महामारी से जूझ रहे थे, हम वास्तव में एलएसी पर उनका मुकाबला करने में सक्षम थे, जिसके बारे में मुझे लगता है कि कभी-कभी लोगों द्वारा, विश्लेषकों द्वारा, यहां तक कि इस देश में हमारी राजनीति में भी पर्याप्त रूप से इसे मान्यता नहीं दी गई है.
गलवान में जो हुआ, वह ठीक नहीं था: जयशंकर
जयशंकर ने कहा कि सीमा के बारे में कुछ लोगों के विचार बिलकुल सामान्य होते हैं. पेट्रोलिंग पॉइंट पर आम तौर पर सैनिक नहीं होते हैं बल्कि वे सीमावर्ती इलाकों के अंदरुनी क्षेत्रों में होते हैं. उन्होंने कहा कि इसी का परिणाम था कि चीन ने अपने सैनिकों को एलएसी के नजदीक खड़ा कर दिया. जवाब में हमने भी अपने सैनिकों को वहां भेजा. उन्होंने कहा कि दो साल पहले गलवान में जो हुआ वह ठीक नहीं था. जयशंकर ने कहा कि तब से हम टकराव वाले पॉइंट पर बातचीत करते हैं और कई पॉइंट पर मामला सुलझा भी है.