तनाव को हावी न होने दें, सफलता आपकी निश्चित है_विनीता शर्मा

व्याख्याता विनीता शर्मा का मानना है कि पालक अपने बच्चों की तुलना दूसरे के बच्चे से करते हैं जो किसी भी स्थिति में सही नहीं होता है हर बच्चे में अपनी अलग-अलग प्रतिभा होती है जरूरत है उसे प्रतिभा को निखारने की और यह महत्वपूर्ण कार्य माता-पिता के अतिरिक्त बेहतर कोई नहीं कर सकता ।1 मार्च से 10वीं एवं 12वीं की परीक्षाएं प्रारंभ हो गई है सभी बच्चे अभी अपनी-अपनी परीक्षाओं में व्यस्त हैं इसलिए पालकों को चाहिए कि वह अपने बच्चों को प्रोत्साहित करें छात्र-छात्राओं को विशेष रूप से अपने समय सारणी पर ध्यान देना चाहिए समय अनुसार पढ़ना लिखना खाना सोना सब करें लेखन अभ्यास अति आवश्यक है इस पर विशेष ध्यान दें जो भी विषय याद करते हैं उसे लिख लिख करके याद करें एवं जितना पढ़ रहे हैं उसकी दुगना लिखें क्योंकि लिखी हुई चीजे ज्यादा समय तक हमारे दिमाग में भी विद्यमान रहती है इससे परीक्षा देते समय उत्तर भूलने की संभावना कम हो जाती है छात्र-छात्राएं रात भर जागकर पढ़ने की गलती ना करें क्योंकि इससे परीक्षा के समय आप थका हुआ महसूस करेंगे और प्रश्नों के उत्तर याद होने पर भी नहीं लिख पाते हैं।
व्याख्याता विनीता शर्मा का मानना है कि परीक्षा के समय विद्यालय आधा घंटा पहले पहुंचे जिससे आपको अपना रोल नंबर ढूंढने और सही समय पर अपनी जगह में बैठने में कोई समस्या ना हो परीक्षा कक्षा में ध्यान केंद्रित रखें आत्मविश्वास रखें एवं शांत दिमाग से सभी प्रश्नों के सोच समझकर उत्तर लिखे अपना सर्वश्रेष्ठ दें l जिस विषय की भी तैयारी करते हैं आप उसकी पुनरावृत्ति जरूर करें। परीक्षा में सफल होकर अपने माता-पिता शिक्षक शिक्षिकाएं एवं विद्यालय का नाम रोशन करेंl
आप कभी यह न सोचे की सफल नहीं हुये तो क्या होगा क्योंकि हमारी सफलता और असफलता हमारी सोच पर निर्भर करती है हमेशा सकारात्मक सोच हमेशा आत्मविश्वास के साथ काम लें आपकी मेहनत ही आपको सफलता प्राप्त करा सकती है l
व्याख्याता विनीता शर्मा ने 10वीं एवं 12वीं की परीक्षा में बैठ रहे विद्यार्थियों के उज्जवल भविष्य की कामनाएं करते हुए यह कहा कि कोई भी परीक्षा आपके सपनों से बड़ी नहीं प्रेरित रहे आगे बढ़े इन्ही मंगलकामनाओं के साथ