ढाबों पर शराब बिक्री: चांपा पुलिस की निष्क्रियता पर सवाल, आबकारी विभाग की सक्रियता से तुलना

चांपा, 30 मई 2025: चांपा थाना क्षेत्र के ढाबों में खुलेआम बिक रही शराब पर चांपा पुलिस की कार्यप्रणाली सवालों के घेरे में आ गई है। स्थानीय निवासियों और विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार, इन ढाबों पर धड़ल्ले से अवैध शराब बेची जा रही है, लेकिन चांपा पुलिस केवल “खानापूर्ति” की कार्रवाई कर अपनी जिम्मेदारियों से पल्ला झाड़ रही है। वहीं, दूसरी ओर आबकारी विभाग लगातार ऐसे मामलों में सक्रियता से कार्रवाई कर रहा है, जिससे पुलिस की भूमिका पर गहरा संदेह पैदा हो रहा है।
पुलिस की “खानापूर्ति” पर उठते सवाल:
चांपा थाना क्षेत्र में कई ऐसे ढाबे हैं जहाँ देर रात तक शराब परोसी जाती है। इन ढाबों के संचालकों पर शराब बिक्री का लाइसेंस न होने के बावजूद भी, पुलिस की ओर से कोई ठोस और लगातार कार्रवाई देखने को नहीं मिलती। इक्का-दुक्का बार जब कार्रवाई होती भी है, तो वह इतनी सतही होती है कि कुछ ही दिनों में ढाबों पर शराब की बिक्री फिर से शुरू हो जाती है। यह स्थिति पुलिस की कार्यप्रणाली पर गंभीर प्रश्नचिह्न लगाती है। क्या पुलिस जानबूझकर इन अवैध गतिविधियों को अनदेखा कर रही है? या फिर इसमें किसी प्रकार की मिलीभगत है?
आबकारी विभाग की सक्रियता और पुलिस की निष्क्रियता में विरोधाभास:
चौंकाने वाली बात यह है कि जहां चांपा पुलिस ढाबों पर शराब बिक्री रोकने में विफल दिख रही है, वहीं आबकारी विभाग लगातार सक्रियता से ऐसे मामलों पर कार्रवाई कर रहा है। हाल ही में आबकारी विभाग ने कई ढाबों पर छापे मारकर बड़ी मात्रा में अवैध शराब जब्त की है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है। आबकारी विभाग की यह सक्रियता चांपा पुलिस की निष्क्रियता के बिल्कुल उलट है, जिससे यह सवाल उठता है कि जब आबकारी विभाग को इन ढाबों पर अवैध शराब की जानकारी है, तो पुलिस को क्यों नहीं है? या जानकारी होने के बावजूद पुलिस क्यों नहीं कार्रवाई कर रही है?
जनता में बढ़ रहा असंतोष:
ढाबों पर खुलेआम बिक रही शराब से न केवल कानून व्यवस्था बिगड़ रही है, बल्कि इससे सामाजिक माहौल भी दूषित हो रहा है। खासकर युवाओं और स्कूली छात्रों पर इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है। स्थानीय जनता में पुलिस की इस निष्क्रियता को लेकर भारी असंतोष है। उनका कहना है कि अगर पुलिस ईमानदारी से कार्रवाई करे, तो ढाबों पर शराब की अवैध बिक्री पर अंकुश लगाया जा सकता है।
उच्चाधिकारियों को हस्तक्षेप की आवश्यकता:
चांपा थाना क्षेत्र में ढाबों पर अवैध शराब बिक्री का यह मामला पुलिस की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े करता है। इस पूरे मामले में उच्चाधिकारियों को तत्काल संज्ञान लेते हुए गहन जांच करनी चाहिए और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। यह आवश्यक है कि पुलिस अपनी जिम्मेदारियों को समझे और समाज में शांति और व्यवस्था बनाए रखने के लिए ईमानदारी से काम करे। जब तक पुलिस इस मुद्दे पर गंभीर नहीं होगी, तब तक चांपा के ढाबों पर शराब की अवैध बिक्री बदस्तूर जारी रहेगी, और इससे जुड़े संदेह भी बने रहेंगे।