राष्ट्रीय

इस शहर में तनाव चरम पर! ‘आई लव मोहम्मद’ पर हुई हिंसक झड़प, दर्जनों गिरफ्तार

मुंबई
उत्तर प्रदेश के बरेली में शुरू हुआ आई लव मोहम्मद (I Love Mohammad) का विवाद अब महाराष्ट्र जा पहुंचा है। महाराष्ट्र के अहिल्यानगर में सोमवार को सड़क पर ‘आई लव मोहम्मद’ लिखे होने के बाद मुस्लिम समुदाय भड़क उठा और लोगों ने सड़कों पर उतर कर इसके खिलाफ विरोध- प्रदर्शन किया। देखते ही देखते मुस्लिमों का विरोध-प्रदर्शन हिंसक रूप ले लिया। आरोप है कि इस प्रदर्शन के दौरान गुस्साए लोगों ने पुलिस दल पर पथराव किया, जिससे हालात बिगड़ गए और पुलिस को लाठीचार्ज करनी पड़ गई।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अहिल्यानगर जिले के कोटला गांव में पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया है। इसमें कई प्रदर्शनकारी घायल हुए हैं। पुलिस ने बवाल बढ़ता देख 29 लोगों को गिरफ्तार किया है, जबकि 150 से ज्यादा लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि सोमवार को कोतवाली क्षेत्र के कोटला में विरोध प्रदर्शन तू शुरू हुआ, जब किसी ने सड़क पर 'आई लव मोहम्मद' लिख दिया। इस पर मुस्लिम समुदाय के सदस्यों ने आपत्ति जताई और कोतवाली थाने में इस संबंध में एक शिकायत दर्ज कराई।

हालात को काबू में करने के लिए लाठीचार्ज
अधिकारी ने कहा, "सड़क पर 'आई लव मोहम्मद' लिखने को लेकर एक व्यक्ति की गिरफ्तारी के बावजूद, कुछ लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया। पुलिस ने उनसे कानून-व्यवस्था बनाए रखने का आग्रह किया, लेकिन भीड़ में से कुछ लोगों ने पथराव शुरू कर दिया। पुलिस ने स्थिति सामान्य करने के लिए लाठीचार्ज किया।"

29 लोगों को गिरफ्तार किया गया
अहिल्यानगर के पुलिस अधीक्षक सोमनाथ घारगे ने बताया कि विरोध प्रदर्शन, सड़क पर अवरोध और पथराव के सिलसिले में 29 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। घारगे ने कहा, “हमने कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए बल का इस्तेमाल किया। पुलिस आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है। स्थिति नियंत्रण में है। लोगों को अफवाहों पर विश्वास नहीं करना चाहिए और न ही अफवाहें फैलानी चाहिए।”

ध्रुवीकरण करने की कोई साजिश तो नहीं
यवतमाल की यात्रा कर रहे मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने कहा कि अधिकारी इस बात का पता लगाएंगे कि क्या राज्य में शांति भंग करने और तरह-तरह के बोर्ड लगाकर समाज का ध्रुवीकरण करने की कोई साजिश तो नहीं है। मुख्यमंत्री ने कहा, “हर कोई अपने धर्म को मानने के लिए स्वतंत्र है, लेकिन ध्रुवीकरण में शामिल होने की किसी को इजाजत नहीं है।”

 

Related Articles

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *

Back to top button