
रायपुर :- चीन में महामारी बन चुका कोरोना वायरस भारत में भी फैल रहा है। केरल, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, महाराष्ट्र और दिल्ली में संदिग्ध मरीज़ मिलें हैं, जिनके सैंपल को जांच के लिए भेजा गया है। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही पुष्टि हो पाएगी। पिछले दो सप्ताह में 7 राज्यों में कोरोना वायरस ज़रूर अपना पैर पसार चुका है। आगे हालात बिगड़ने की संभावना दिखाई दे रही है। भारत सरकार, केंद्रीय गृह मंत्रालय और केंद्रीय स्वास्थ मंत्रालय एवं आयोग इस पर कब कोई प्रभावकारी निर्णय लेगा, फिलहाल ये कह पाना मुश्किल है। भारत में स्वास्थ व्यवस्था कितनी चुस्त दुरूस्त है, ये सर्वविदित है, ऊपर से दीमक रूपी भ्रष्टाचार पूरे महकमे को खोखला कर चुका है। ऐसे में बड़ा सवाल यही है कि क्या हम कोरोना वायरस से निपटने के लिए तैयार हैं.? जवाब सबके पास मौजूद है। बहरहाल दवा की बजाए देश के लोगों की ज़िंदगी दुआ के भरोसे पर टिकी हुई है। दुआ प्रार्थना करते रहिए क्योंकि कोरोना वायरस चीन में पांच सौ से भी अधिक लोगों की जान ले चुका है और लगभग 25 हज़ार से भी अधिक लोग प्रभावित हैं, जोकि चिकित्सकीय निगरानी में है। हालांकि चीन से भारत आने वाले यात्रियों की बारीकी से जांच परीक्षण और सैंपलिंग भी किया जा रहा है।

छत्तीसगढ़ के दो जिलों में संदिग्ध मरीज़ –
नॉवेल कोरोना वायरस ने छत्तीसगढ़ में भी दस्तक दे दी है। दुर्ग में एक ही परिवार के 3 संदिग्ध सदस्यों का ब्लड सेंपल पुणे जांच के लिए भेजा गया है। संभावित परिवार के सदस्य चीन से लौटे थे, जिनकी जानकारी प्रशासन को लगी। तत्काल इनसे संपर्क कर जिला प्रशासन के अधिकारियों ने इनका ब्लड सैंपल एकत्रित करवाया और इसे जांच के लिए भेजा है। दुर्ग कलेक्टर अंकित आनंद के अनुसार यह सिर्फ एहतियातन कदम उठाया गया है। उन्होंने कहा कि 2 दिनों के बाद जांच रिपोर्ट आएगी उसके बाद ही पूरा खुलासा हो सकेगा। उन्होने कहा कि इसके अलावा कोरोना वायरस से बचने के लिए एहतियातन कदम उठाए जा रहे हैं, जिसके लिए स्वास्थ्य विभाग को निर्देशित किया गया है। जिला स्वास्थ्य विभाग को इसको लेकर अलर्ट मोड पर रखा गया है। दुर्ग के अलावा सरगुजा के अंबिकापुर से भी कोरोना वायरस के 2 संदिग्ध मरीजों के सैंपल जांच के लिए भेजा गया है।