रायपुर ब्रेकिंग: DMF घोटाला मामले में EOW ने पेश की 6 हजार पन्नों की चार्जशीट, 75.1 करोड़ रुपये की बंदरबांट का खुलासा!

रायपुर, छत्तीसगढ़: बहुचर्चित डिस्ट्रिक्ट मिनरल फंड (DMF) घोटाला मामले में एक बड़ी खबर सामने आई है. आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (EOW) ने विशेष कोर्ट में इस घोटाले से संबंधित 6 हजार पन्नों की विस्तृत चार्जशीट पेश कर दी है. इस चार्जशीट में कुल 9 आरोपियों के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए गए हैं, जिसमें जांच के दौरान 75.1 करोड़ रुपये के घोटाले का खुलासा किया गया है.
मास्टरमाइंड्स की पहचान और विस्तृत चार्जशीट
EOW द्वारा पेश की गई इस विशाल चार्जशीट में जिन प्रमुख नामों को मास्टरमाइंड बताया गया है, उनमें रानू साहू, सौम्या चौरसिया, सूर्यकांत तिवारी और माया वारियर शामिल हैं. इन चारों को DMF फंड की बंदरबांट का मुख्य योजनाकार बताया गया है. इनके अलावा, चार्जशीट में 5 अन्य आरोपियों के नाम भी शामिल हैं, जिससे कुल आरोपियों की संख्या 9 हो गई है.
सिंडिकेट बनाकर की गई फंड की बंदरबांट
EOW की जांच में यह भी उजागर हुआ है कि ठेकेदारों और सप्लायरों के साथ मिलकर नए-नए सिंडिकेट बनाए गए थे. इन सिंडिकेट्स के माध्यम से DMF फंड का जमकर दुरुपयोग और बंदरबांट की गई. यह घोटाला दिखाता है कि कैसे सरकारी फंड्स का इस्तेमाल व्यक्तिगत लाभ के लिए किया गया, जिससे राज्य के विकास कार्यों पर सीधा असर पड़ा है.
आरोपियों को VC के जरिए कोर्ट में किया जाएगा पेश
चार्जशीट पेश होने के बाद अब सभी आरोपियों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग (VC) के जरिए कोर्ट में पेश किया जाएगा. EOW की विशेष कोर्ट में यह चार्जशीट एक महत्वपूर्ण कदम है, जो इस बड़े घोटाले में शामिल दोषियों को न्याय के कटघरे में लाने की दिशा में एक बड़ी पहल मानी जा रही है.
इस मामले में आगे की कानूनी प्रक्रियाएं अब विशेष कोर्ट में शुरू होंगी, जिससे यह देखना होगा कि इस बड़े भ्रष्टाचार के मामले में क्या और खुलासे होते हैं और दोषियों को कब तक सजा मिल पाती है.