छत्तीसगढ़

वार्षिक वेतन वृद्धि रोके जाने के सरकार के फैसले का लिपिकों ने किया विरोध प्रदर्शन

आज 1 जुलाई को वार्षिक वेतन वृद्धि रोके जाने वाले भूपेश सरकार द्वारा लिए गए फैसले का विरोध प्रदर्शन करते हुए जांजगीर-चाम्पा के लिपिकों के द्वारा जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय जांजगीर में आदेश की छाया प्रति जलाकर विरोध प्रदर्शन किया गया जिसमे भूपेश सरकार के खिलाफ़ जमकर नारे बाजी की गई। लिपिकों ने शासन को चेतावनी भी दी है अगर सरकार फैसला वापस नही लेती है तो आगामी दिनों में लिपिकों का विरोध प्रदर्शन रौद्र रूप लेगा।


शासकीय अधिकारी कर्मचारी फेडरेशन जिला जांजगीर चांपा के द्वारा आज आदेश की प्रति को विरोध स्वरूप जलाया गया ।छत्तीसगढ़ लिपिक वर्गीय शासकीय कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष संतोष तिवारी ने कहा कि वर्तमान परिस्थितियों में कोविड-19 कोरोना महामारी के रोकथाम में आवश्यक सेवाओं में संलग्न सभी कर्मचारी खतरनाक बीमारी से लड़ने हेतु कड़ी मेहनत कर रहे हैं किंतु आर्थिक मितव्ययता के नाम पर केवल कर्मचारियों को ही निशाना बनाया जा रहा है इससे कर्मचारी अधिकारी हतोत्साहित एवं दुखी हैं जिसके कारण जिला मुख्यालय जांजगीर के साथ ही जिले के समस्त तहसीलों मुख्यालयों में भी संघ के तहसील अध्यक्षो की उपस्थिति में समस्त कर्मचारियों की के द्वारा विरोध दिवस मनाया गया।
जिला के कार्यक्रम में मुख्य रूप से जिलाध्यक्ष संतोष तिवारी के उपस्थित में विरोध प्रदर्शन में प्रदेश सचिव प्रवीण दुबे,उज्ज्वल तिवारी,शिवानंद राठौर, योगी कश्यप,हेमंत श्रीवास, लता पकवासा,सुरेन्द्र खरे, विशाल वैभव, तनेंद्र सोनी,उमेश साहू, शिव सिंह, आशुतोष सिंह,श्रवण वैष्णव, गिरधर निर्मलकर, अविनाश खांडेल, लोकनाथ श्रीवास एवं अन्य लिपिक कर्मचारी उपस्थित थे।

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