जांजगीर के आशीष शुक्ला ने बढ़ाया मान: आईआईटी मुंबई से पेरिस तक लहराया परचम!

जांजगीर, छत्तीसगढ़: जांजगीर जिले के ग्राम मिस्दा के आशीष शुक्ला ने अपनी लगन और मेधा से न केवल अपने परिवार, बल्कि पूरे छत्तीसगढ़ और देश का नाम रोशन किया है. बचपन से ही पढ़ाई में अव्वल रहे आशीष ने शिक्षा के क्षेत्र में एक के बाद एक कई मील के पत्थर गाड़े हैं, जिसकी बदौलत उन्हें आईआईटी मुंबई से फ्रांस की प्रतिष्ठित बेडुक्स यूनिवर्सिटी में भारत का प्रतिनिधित्व करने का गौरव प्राप्त हुआ.
शिक्षा का शानदार सफर
आशीष शुक्ला का शैक्षिक सफर बचपन से ही असाधारण रहा है. उन्होंने नवोदय विद्यालय मल्हार में 5वीं कक्षा के बाद अपनी पढ़ाई जारी रखी. अपनी प्रारंभिक शिक्षा में भी उन्होंने अपनी brilliance का प्रदर्शन किया, 5वीं बोर्ड परीक्षा में जांजगीर जिले की प्रावीण्य सूची में दूसरा स्थान हासिल किया और ज्ञानदीप स्कूल से 12वीं कक्षा में प्रथम स्थान प्राप्त किया.
इसके बाद, आशीष ने इंजीनियरिंग के क्षेत्र में कदम रखा. उन्होंने पहले ही प्रयास में जेईई (JEE) की परीक्षा में सफलता अर्जित की और एनआईटी (NIT) से बी.टेक की डिग्री प्राप्त की. उच्च शिक्षा की अपनी प्यास बुझाने के लिए उन्होंने एम.टेक की डिग्री भी हासिल की. उनकी शैक्षणिक उत्कृष्टता यहीं नहीं रुकी; उन्होंने गेट (GATE) की परीक्षा भी अपनी मेहनत से पहले ही प्रयास में उत्तीर्ण कर ली.
आईआईटी मुंबई से अंतरराष्ट्रीय मंच तक
पीएच.डी. करने के अपने लक्ष्य को लेकर आशीष ने आईआईटी मुंबई में आवेदन किया और प्रवेश परीक्षा में भी सफलता हासिल की. आईआईटी मुंबई में उन्होंने इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के अंतर्गत “ओपिनियन डायनामिक्स” विषय पर अपना गहन शोध किया.
उनके शोध कार्य की महत्ता को देखते हुए, आईआईटी मुंबई ने उन्हें बेडुक्स यूनिवर्सिटी, फ्रांस में प्रेजेंटेशन देने के लिए भेजा. यह आशीष और भारत के लिए एक अत्यंत गौरवपूर्ण क्षण था. फ्रांस में, उन्होंने एक सप्ताह तक चले कार्यक्रम में पचास से अधिक देशों से आए वैज्ञानिकों और शोधकर्ता छात्रों के बीच अपना प्रेजेंटेशन दिया, जहां आशीष शुक्ला ने आईआईटी मुंबई और भारत का प्रतिनिधित्व किया. यह उपलब्धि वास्तव में पूरे देश को गौरवान्वित करने वाली है.
परिवार को भी है गर्व
आशीष की इस शानदार सफलता से उनके माता-पिता, माता अन्नपूर्णा शुक्ला और पिताश्री सुशील शुक्ला (जो स्वयं एक शिक्षक थे), अत्यंत गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं. उनके छोटे भाई आदित्य शुक्ला भी पंजाब नेशनल बैंक में एक अधिकारी के पद पर कार्यरत हैं, जो इस परिवार की शैक्षिक और पेशेवर उपलब्धियों को और बढ़ाता है.
आशीष शुक्ला की यह सफलता न केवल उनके परिवार और रिश्तेदारों के लिए खुशी का पल है, बल्कि उनके पैतृक गांव मिस्दा और पूरे जांजगीर जिले के साथ-साथ छत्तीसगढ़ प्रदेश के लिए भी गौरव का विषय है. सभी उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हैं.


