चंद्रपुर और आसपास के गांवों में अवैध शराब का कारोबार बेलगाम: छोटे कोचिए गिरफ्त में, बड़े मगरमच्छों को ‘अभयदान’ चंद्रपुर पुलिस पर लग रहे लेनदेन का आरोप सूत्र

चंद्रपुर, [12/06/2025]: नगर पंचायत चंद्रपुर सहित आसपास के ग्राम महादेवपाली, कलमा, बालपुर, बरहागुढ़ा, चारपाली, मड़वा, मिरौनी, पलसदा और बिलाईगढ़ में अवैध शराब का कारोबार इन दिनों धड़ल्ले से जारी है। खुलेआम बिक रही अवैध शराब के कारण जहां कानून-व्यवस्था पर सवाल उठ रहे हैं, वहीं समाज में इसका बुरा प्रभाव पड़ रहा है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि प्रशासन की ढिलाई के चलते शराब माफिया के हौसले बुलंद हैं।
थाना प्रभारी की कार्यशैली पर सवाल:
सूत्रों के अनुसार, स्थानीय थाना प्रभारी छोटे-मोटे शराब कोचियों को पकड़ने में तो मुस्तैद दिख रहे हैं, लेकिन अवैध शराब के बड़े कारोबारियों और मुख्य सरगनाओं पर कार्रवाई करने से कतरा रहे हैं। आरोप है कि “बड़ी मछलियों” को पुलिस का “अभयदान” मिला हुआ है, जिसके चलते वे बेखौफ होकर अपना धंधा चला रहे हैं।
नए थाना प्रभारी के कार्यकाल में बढ़ी संख्या:
बताया जा रहा है कि वर्तमान थाना प्रभारी को पदस्थ हुए लगभग दो महीने हो चुके हैं। ग्रामीणों और जागरूक नागरिकों का कहना है कि जब से उनकी पदस्थापना हुई है, अवैध शराब कोचियों की संख्या में लगातार इजाफा हुआ है। पहले जहां कुछ सीमित जगहों पर यह कारोबार होता था, अब यह लगभग सभी गांवों और चौपालों तक फैल चुका है। स्थिति इतनी बिगड़ गई है कि अब यह सिर्फ चोरी-छिपे नहीं, बल्कि लगभग खुलेआम किया जा रहा है।
सामाजिक दुष्परिणामों की चिंता:
अवैध शराब की आसान उपलब्धता के कारण युवा पीढ़ी में नशे की लत तेजी से बढ़ रही है। शाम ढलते ही शराबियों का जमावड़ा शुरू हो जाता है, जिससे महिलाएं और बच्चियां असुरक्षित महसूस करती हैं। आए दिन छोटी-मोटी घटनाओं और घरेलू हिंसा में भी वृद्धि देखने को मिल रही है, जिसका सीधा संबंध इस अवैध कारोबार से जोड़ा जा रहा है।
जनता की मांग – बड़ी कार्रवाई हो:
स्थानीय जनता और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने पुलिस अधीक्षक से इस मामले में हस्तक्षेप करने और बड़े शराब माफिया पर सख्त कार्रवाई करने की मांग की है। उनका कहना है कि यदि जल्द ही इस अवैध कारोबार पर लगाम नहीं कसी गई तो स्थिति और भी भयावह हो सकती है। यह देखना बाकी है कि पुलिस प्रशासन इस गंभीर समस्या पर कब तक ठोस कदम उठाता है।

