शिवनाथ एक्सप्रेस हाई प्रोफाइल चोरी कांड: जीआरपी ने ओडिशा से किया खरीददार गिरफ्तार, 65 लाख के हीरे बरामद

भिलाई। जीआरपी भिलाई ने शिवनाथ एक्सप्रेस में हुई हाई-प्रोफाइल चोरी के मामले में बड़ी सफलता हासिल करते हुए ओडिशा से चोरी के हीरे के गहनों के खरीददार को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपी के कब्जे से प्रार्थिया के चोरी हुए 65 लाख रुपये कीमत के हीरे के हार और अन्य आभूषण बरामद किए हैं।
पुलिस अधीक्षक रेल रायपुर श्रीमती श्वेता श्रीवास्तव सिन्हा के निर्देशन और उप पुलिस अधीक्षक रेल रायपुर एस. एन. अख्तर के मार्गदर्शन में जीआरपी भिलाई पुलिस ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया।
प्रकरण के अनुसार, दिनांक 04.04.2025 को गोंदिया (महाराष्ट्र) निवासी हिना पटेल अपने पति के साथ शिवनाथ एक्सप्रेस (गाड़ी क्रमांक 18240) के कोच एच.ए.-1 ए-2 सीट नंबर 21 में गोंदिया से रायपुर की यात्रा कर रही थीं। यात्रा के दौरान राजनांदगांव और दुर्ग के बीच उनके पर्स से दो हीरे के नेकलेस, चार हीरे की अंगूठी, कान के लटकन और 45,000 रुपये नकद सहित कुल 65 लाख रुपये के हीरे के जेवरात और एक मोबाइल चोरी हो गया था। प्रार्थिया की रिपोर्ट पर जीआरपी थाना भिलाई में अपराध क्रमांक 27/2025 धारा 380 भादवि (वर्तमान में 305 (सी) बीएनएस) के तहत मामला दर्ज कर विवेचना शुरू की गई थी।
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए पूर्व में संतोष साव उर्फ अफरीदी नामक एक आरोपी को गिरफ्तार कर पुलिस रिमांड पर लिया था। पूछताछ में संतोष साव ने बताया कि उसने चोरी का माल रोहित उर्फ गोलू (निवासी कलकत्ता) और शेखर (निवासी राउरकेला) को बेचा था।
इसी कड़ी में पुलिस ने राउरकेला (ओडिशा) निवासी शेखर प्रसाद दास (पिता लक्ष्मी नारायण दास, उम्र 42 वर्ष) को गिरफ्तार किया। पूछताछ में शेखर ने बताया कि उसने अपने भांजे रोहित उर्फ गोलू के माध्यम से चोरी का माल खरीदा था। आरोपी शेखर के कब्जे से पुलिस ने प्रार्थिया के चोरी हुए दो हीरे के हार, कान का लटकन, हीरे की अंगूठी और 10,000 रुपये नकद सहित कुल 65 लाख रुपये के हीरे के जेवरात बरामद किए हैं।
पुलिस के अनुसार, इस मामले में अभी रोहित उर्फ गोलू फरार है और उसकी तलाश जारी है। गिरफ्तार आरोपियों संतोष साव और अब्दुल मनान से पूछताछ में यह भी पता चला है कि उन्होंने वर्ष 2023 और 2024 में छत्तीसगढ़ से गुजरने वाली रात्रि की ट्रेनों में भी चोरियां की हैं। आरोपियों ने चार अन्य चोरी की वारदातों का भी खुलासा किया है, जिनमें दो मामले जीआरपी थाना बिलासपुर, एक जीआरपी थाना भिलाई और एक जीआरपी थाना डोंगरगढ़ के हैं। पुलिस इन मामलों में भी साक्ष्य जुटा रही है और उम्मीद है कि आरोपियों से पूछताछ में और भी चोरी के मामलों का खुलासा हो सकता है।
इस महत्वपूर्ण सफलता में साइबर सेल के प्रभारी बी.एन. मिश्रा, जीआरपी भिलाई के थाना प्रभारी निरीक्षक आर. के. बोर्झा, दुर्ग चौकी प्रभारी उप निरीक्षक राजेन्द्र सिंह, जीआरपी रायगढ़ के थाना प्रभारी उप निरीक्षक राकेश वर्मा, सउनि. भास्कर पाणिग्राही जीआरपी रायगढ़, आर. प्रकाश साय पैकरा, आर. महेन्द्र मरकाम, आर. जैकी खान, आर. मोरजध्वज वर्मा, आर. राजेश मिश्रा, आर. अजय तुमनिया, आर. राजदीप, आर. प्रआर. अरर्विल तिर्की, आर. अवधेश मिश्रा, आर. लकेश्वर मिरी, आर. बलराम साव (जीआरपी रायगढ़), आर. विष्णु सुमन, आर. राकेश ध्रुव (जीआरपी भिलाई) और अन्य पुलिसकर्मियों का विशेष योगदान रहा। पुलिस मामले की गहनता से जांच कर रही है और फरार आरोपी की गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं।
