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गुजरात में कोरोना के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी, पिछले 24 घंटों में कोविड-19 के 64 केस दर्ज किए गए

अहमदाबाद 
गुजरात में कोरोना के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है। पिछले 24 घंटों में कोविड-19 के 64 केस दर्ज किए गए। इससे कुल संक्रमितों की संख्या 461 हो गई। राहत की बात यह है कि 461 सक्रिय मामलों में से केवल 20 मरीज वर्तमान में अस्पतालों में इलाज करा रहे हैं, जबकि 441 घर पर ठीक हो रहे हैं। अहमदाबाद में सबसे ज्यादा 241 सक्रिय मामले सामने आए हैं। यह राज्य के कुल मामलों का आधे से भी अधिक है। मंगलवार को असरवा सिविल अस्पताल में 37 वर्षीय महिला को भर्ती कराया गया। यहां पर वर्तमान में चार मरीजों का इलाज चल रहा है, जिनमें दो पुरुष, एक महिला और एक आठ महीने की बच्ची शामिल है।

पिछले 24 घंटों में पूरे गुजरात में 64 नए मामले सामने आए, जबकि 36 मरीज ठीक हुए। जनवरी, 2025 से अब तक राज्य भर में कुल 156 मरीज ठीक हो चुके हैं। वहीं सक्रिय मामलों में केरल (1,416) और महाराष्ट्र (494) के बाद तीसरे स्थान पर है। इसके बाद दिल्ली में 393 केस और पश्चिम बंगाल में 372 केस हैं।
देशभर के सक्रिय मामलों में से 10 प्रतिशत सिर्फ गुजरात में हैं। राज्य स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों से पता चलता है कि हल्के लक्षणों वाले ज्यादातर कोविड-19 मरीजों का इलाज घर पर ही किया जा रहा है। अस्पताल में भर्ती होने की व्यवस्था मुख्य रूप से गंभीर लक्षणों वाले मरीज के लिए आरक्षित है। कोविड-19 मामलों में हाल ही में हुई वृद्धि होने पर गुजरात सरकार सतर्क हो गई है और अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं। स्वास्थ्य अधिकारियों को विशेष रूप से अहमदाबाद जैसे शहरी केंद्रों में, जहां अधिकांश मामले केंद्रित हैं, उच्च अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए गए हैं।

राज्य ने परीक्षण बढ़ा दिया है और स्थानीय स्वास्थ्य निगरानी टीमों के माध्यम से क्लस्टरों की निगरानी कर रहा है। जिन जिलों में मामले बढ़ रहे हैं, वहां अस्पतालों को अलग से वार्ड तैयार रखने के निर्देश दिए गए हैं। सिविल अस्पतालों और जिला स्वास्थ्य केंद्रों को आपातकालीन जरूरतों के लिए ऑक्सीजन बेड और आईसीयू तैयार रखने के निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा, शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में जागरूकता अभियान फिर से शुरू किए गए हैं। नागरिकों से भीड़-भाड़ वाली जगहों पर मास्क पहनने और अनावश्यक भीड़-भाड़ से बचने के लिए आग्रह किया है। वहीं, संपर्क ट्रेसिंग, सैनिटाइजेशन अभियान और सार्वजनिक संचार के लिए नगर निकायों के साथ समन्वय को मजबूत किया गया है।

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