42 डिग्री हाई टेम्परेचर में कलम से पौधा उगायें है पं राघवेन्द्र पाण्डेय आँक्सीजन लेकर स्वस्थ्य हुये लोगों से पौधरोपण का किया निवेदन

जांजगीर चाम्पा – कोविड 19 वैश्विक महामारी के बचाव में आँक्सीजन संजीवनी की तरह उपयोग हो रहा है । दुनिया में पेड़ पौंधो से बड़ा आँक्सीजन का दुसरा कोई श्रोत नही है, सभी देशों में पर्यावरण संरक्षण के लिये समय समय पर जन जागरूकता अभियान चलाये जाते है भारत में तो पेड़ पौधो को देवी देवता मानकर पुजा अर्चना किया जाता है । जन सरोकार से जुड़े पं राघवेन्द्र पाण्डेय ने 42 डिग्री हाई टेम्परेचर में भी कलम से पौधा उगाया है उन्होंने पौधरोपण के प्रोत्साहन में FaceBook पोष्ट किया है और लिखा है कि आँक्सीजन लेकर स्वस्थ्य हुये लोगों से निवेदन एक पौधा लगायें और फर्ज निभायें
उन्होंने आगे लिखा कि मै हर अच्छे अवसरों पर पौधा लगाता हुं इस बार 11 मार्च महाशिवरात्री के दिन गर्मियों में सुंदर फुल देने वाले बोगनवेलिया ( कागजफुल ) के पेड़ का कलम लगाया था
जो आज 50 दिन बाद कलम से खुबसुरत पौधा बनकर तैयार हो गया ।