छत्तीसगढ़

थाना बिर्रा की बड़ी सफलता 24 घंटे में सलझा कारही गांव का जहरीली शराब हत्या मामला

जांजगीर-चांपा, थाना बिर्रा: थाना बिर्रा क्षेत्र के ग्राम करही में 15 सितंबर 2025 को शराब सेवन के बाद दो युवकों — सूरज यादव व मनोज कुमार कश्यप — की मृत्यु के रहस्यमयी प्रकरण को बिर्रा पुलिस ने तेज़ और प्रभावी कार्यवाही कर 24 घंटे के भीतर सुलझा लिया। पुलिस ने घटना की साजिश रचने के आरोप में दुकान संचालक भोला टण्डन उर्फ सुरेन्द्र टंडन (25) व उनके चचेरे भाई अनिल टण्डन (35) को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमाण्ड पर भेज दिया है।

मुख्य बातें

घटना की प्राथमिकी व मर्ग जांच के बाद पुलिस ने प्रथम दृष्टया यह निष्कर्ष निकाला कि यह दुर्घटना नहीं, बल्कि साजिश कर हत्या का मामला है।

आरोप है कि आरोपी भोला टण्डन ने अंग्रेजी जिप्सी शराब में पहले से सुहागा मिलाकर रख दिया था और मृतक जब शराब खरीदने आए तो उन्हीं को जहरीली शराब पिला दी गई।

गिरफ्तारी के समय आरोपियों के कब्जे से सुहागा रैपर व बड़ा सूजा बरामद हुआ है।

प्रकरण में आरोपियों के विरूद्ध धारा 103(1) BNS, 61(2), 123 BNS के तहत कार्यवाही कर भेजा गया; आरोपियों को न्यायिक रिमाण्ड पर भेजा गया है।

घटना का संक्षिप्त क्रम (पुलिस रपट के अनुसार)

दिनांक 15.09.2025, प्रातः लगभग 07:00 बजे — सूरज यादव व मनोज कश्यप ग्राम करही के शराब विक्रेता सुरेन्द्र (भोला) के पास शराब खरीदने गए। वे दुकान पर एक साथ बैठ कर चखना (शराब) लेते हैं।

शराब सेवन के कुछ ही समय बाद दोनों की तबियत बिगड़ जाती है; उन्हें जिला/निकटवर्ती राधा-कृष्ण अस्पताल सारंगढ़ ले जाया गया जहाँ इलाज के दौरान दोनों की मृत्यु हो गई।

प्रारम्भिक पोस्टमार्टम व घटनास्थल निरीक्षण के दौरान साक्ष्यों के आधार पर हत्या की आशंका पुख्ता हुई और थाना बिर्रा में अपराध क्रमांक 117/2025 पंजीबद्ध किया गया।

जांच और गिरफ्तारी

मामले की तीव्रता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक विजय कुमार पाण्डेय के निर्देश पर विशेष टीम गठित की गई। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक उमेश कुमार कश्यप व SDOP चांपा यदुमणि सिदार के मार्गदर्शन में टीम ने तकनीकी व गवाह-साक्ष्यों के आधार पर आरोपियों तक पहुँच बना कर दोनों को हिरासत में लिया।

पूछताछ के दौरान भोला टण्डन ने स्वीकार किया कि वह व उसका चचेरे भाई अनिल टण्डन मिलकर मृतकों को बार-बार परेशान करने के चलते उन्हें खत्म करने की साजिश रच रहे थे। आरोप हैं कि 14.09.2025 की शाम अनिल ने अंग्रेजी जिप्सी शराब का पैक व सुहागा आरोपी भोला को दिया, जिसे भोला ने रात में शराब में मिलाकर रखा — और सुबह जब मृतक शराब लेने आए तो उन्हें वही मिलाकर दिया गया।

पुलिस ने मृतक पर बार-बार वाद-विवाद और धमकाने की भी बात बताई है, जिसे भोला परेशान करने का कारण मानता था।

जांच दल व सहयोगी पुलिस अधिकारियों की भूमिका
SDOP यदुमणि सिदार के नेतृत्व में निरी प्रवीण कुमार द्विवेदी, थाना प्रभारी शिवरीनारायण, निरी सावन सारथी, निरी जयकुमार साहू, उपनिरीक्षक के.पी. सिंह, साइबर टीम व अन्य स्टाफ ने त्वरित और समन्वित कार्रवाई कर इस प्रकरण में निर्णायक भूमिका निभाई।

पुलिस की टिप्पणी
पुलिस ने कहा है कि प्रारम्भिक साक्ष्यों व आरोपों के आधार पर यह स्पष्ट हत्या का मामला है। आरोपियों से कड़ी पूछताछ व तकनीकी जांच जारी है; मामले से जुड़े अन्य पहलुओं व किसी और भूमिका की संभावना की जाँच की जा रही है।

आगे की कार्रवाई

आरोपियों को न्यायिक रिमाण्ड पर भेजकर जेल भेजा गया है; पुलिस रिमाण्ड के दौरान औरे सबूत इकट्ठा कर आरोपों को और पुख्ता करेगी।

Related Articles

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *

Back to top button