सक्ती के श्रीमान जी आप वैद्य है या पत्रकार आखिर आपने यह दोनो डिग्री कैसे हासिल किया???

सक्ती 17 मई 2021 – सक्ती शहर में बीते रविवार को एक बड़ा खुलासा हुआ है जब जिला मुख्यालय से आये पाँच पत्रकारों की टीम ने एक शिकायत के बाद सक्ती के झुलकदम में संचालित वैद्य गंगाधर राव के राव आयुर्वेदिक स्टोर में जानकारी लेने पहुँचे।
पत्रकरो की टीम जब वैद्य गंगाधर राव के क्लिनिक पर पहुँची तब उनका सामना एक ऐसे बोर्ड से हुआ जिसमें बड़े बड़े शब्दो मे लिखा था की छत्तीसगढ़ राज्य वनऔषधि बोर्ड द्वारा प्रशिक्षित बवासीर , भगंदर , नासूर की औषधि उपलब्ध है वैद्य गंगाधर राव मोरे।
पत्रकार गण जब दवाखाने के भीतर जानकारी लेने पहुँचे तब वहाँ मरीज तो नही मिले लेकिन डॉक्टर गंगाधर राव जरूर मिल गए जिला मुख्यालय से पहुँचे पत्रकरो ने जैसे ही अपना परिचय दिया तब डॉक्टर गंगाधर राव ने 31 दिसम्बर 2019 को वैद्यता समाप्त हो चुके छत्तीसगढ़ श्रमजीवी पत्रकार संघ का प्रेस कार्ड जेब से निकाल कर खुद को पत्रकार बताते हुए धौस जमाते हुए छत्तीसगढ़ श्रमजीवी पत्रकार संघ के किसी प्रदेश स्तर पदाधिकारी से फोन करा कर दबाव बनाने का प्रयास किया लेकिन जब पत्रकार अपनी पर अड़ गए तो वैद्य गंगाधर राव मोरे ने गिड़गिड़ाते हुए बताया कि वो पत्रकार नही है बल्कि संगठन के भूतपूर्व सदस्य है ( देखे वीडियो )
खास बात यह है जिस प्रेस कार्ड की वैद्यता 31 दिसंबर 2019 को समाप्त हो चुकी है उस कार्ड में डॉक्टर गंगाधर राव मोरे का सदस्यता क्रमांक 541/ 2019 दर्ज है लेकिन कही पर भी किसी भी संस्थान का उल्लेख नही है लेकिन प्रेस कार्ड पर छत्तीसगढ़ श्रमजीवी पत्रकार संघ के प्रदेश अध्यक्ष श्री अरविन्द अवस्थी जी के हस्ताक्षर और मुहर जरूर है।
आश्चर्य की बात यह है की बिना किसी संस्था में रहे बिना डॉक्टर गंगाधर राव मोरे प्रदेश के सबसे बड़े पत्रकार संगठन छत्तीसगढ़ श्रमजीवी पत्रकार संघ का सदस्य कैसे बन गया और उसे आखिर सदस्य किसने बनाया और सबसे बडी बात यह है की आखिर वैद्य गंगाधर राव को प्रदेश के सबसे बडे पत्रकार संगठन की सदस्यता हासिल करने की जरूरत क्यों पड़ी और गंगाधर राव मोरे ने इस कार्ड का क्या दुरुपयोग किया यह जाँच का विषय है जिस पर माननीय प्रदेश अध्यक्ष अरविन्द अवस्थी जी को संज्ञान लेने की जरूरत है ताकि भविष्य में संगठन की छवि खराब होने से बच सके।