मध्य प्रदेश

बढ़ती हुई ठंड को देखते हुए अलग-अलग मंदिर समितियों व ट्रस्टों के पदाधिकारियों ने भी भगवानों को गर्म वस्त्र शाल ओढ़ाना शुरू किया

भोपाल
नवंबर माह के अंत की ओर आते-आते शहर में ठंड ने जोर पकड़ना शुरू कर दिया है। भोपाल शहर में शीत लहर जैसे हालात हैं। ऐसे में लोगों ने ठंड से बचाव के लिए गर्म कपड़ों को पहनना शुरू कर दिया है। बढ़ती हुई ठंड को देखते हुए अलग-अलग मंदिर समितियों व ट्रस्टों के पदाधिकारियों ने भी भगवान श्रीराम, मां दुर्गा, श्रीराधा-कृष्ण, गणेश जी सहित सभी भगवानों को गर्म वस्त्र शाल ओढ़ाना शुरू कर दिया है। वहीं ठंड के चलते भगवान जी को गर्म खाद्य पदार्थ खजूर, गुड़ सहित अन्य पदार्थों का भोग लगाना शुरू कर दिया है।

समय में भी बदलाव
आगामी दिनों में अधिक ठंड बढ़ती है तो मंदिरों के गर्भगृह में हीटर लगाए जाएंगे। समितियों व मंदिर ट्रस्ट के पदधिकारियों का कहना है कि जब हम लोगों को ठंड लगती है तो इसी भाव से भगवान जी को गर्म कपड़े धारण कराए जाते हैं कि उन्हें भी ठंड लगती है। इसी के चलते मंदिरों में देव प्रतिमाओं को शाल ओढ़ाई गई हैं। गर्म कपड़े भी धारण कराए जा रहे हैं।
इतना ही नहीं, सुबह आरती का समय भी बदला जा रहा है। सुबह सात व आठ की जगह नौ बजे आरती होने लगी है। मंदिर खुलने के समय में भी सुबह 5:30 बजे से 6:30 व सात बजे तक किया जा रहा है।

इन मंदिरों में बदली व्यवस्था
    श्रीजी मंदिर : पुराने शहर के लखेरापुरा श्रीजी मंदिर के प्रमुख पंडित श्रीकांत शर्मा ने बताया कि प्रभु श्रीनाथ को शाल ओढ़ानी शुरू कर दी है। जैसे-जैसे सर्दी बढ़ेगी, वैसे ही भगवान के लिए हीटर भी लगाए जांएगे।
    टीन शेड : मां वैष्णो देवी आदर्श दुर्गा मंदिर में मातारानी को शाल ओढ़ाई गई है। वहीं भगवान श्रीराम, हनुमान जी की प्रतिमाओं को भी शाल धारण कराया गया है। मंदिर के व्यवस्थापक चंद्रशेखर तिवारी ने बताया कि भगवान को इसी भाव से शाल ओढ़ाई जा रही है, ताकि ठंड से बचाव हो सके।
    श्रीबड़वाले महादेव मंदिर : मंदिर के मुख्य पदाधिकारी संजय अग्रवाल व प्रमोद नेमा ने बताया कि दिसंबर से मंदिर में बाबा श्री बटेश्वर के समक्ष हीटर लगाया जाएगा। भगवान को ऊन से निर्मित वस्त्र धारण कराए जाएंगे। गर्म पदार्थों का भोग भी लगाया जाएगा।
    माता मंदिर : मां शीतला को शाल ओढ़ाई गई है। वहीं भगवान श्रीराम को भी शाल ओढ़ाई गई है। मंदिर के पुजारी राजीव चतुर्वेदी ने बताया कि मंदिर के खुलने व बंद होने के समय भी बदलाव किया गया है।

 

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