कोरोना से संक्रमित होने पर भी नहीं खोया हौसला… कोविड सेंटर से सकुशल लौटा कौशिक परिवार

बिलासपुर छत्तीसगढ़ राज्य ने कोरोना की दूसरी लहर से जिस मजबूती के साथ लड़ाई लड़ी है उसकी बदौलत राज्य एक बार फिर बेहतर स्थिति में खड़ा है। इस लड़ाई में राज्य की जनता ने एक चीज जरूर सीखी है वह संयमित स्वस्थ जीवन और हौसले से जीवन जीने की कला। इसी हौसले के बदौलत ही कोरोना संक्रमण का शिकार होने के बाद बिल्हा कौशिक परिवार आज सकुशल स्वस्थ होकर कोविड सेंटर से अपने घर पहुंचा। कोविड सेंटर के डॉक्टरों का कहना है कि वह लोग संक्रमित लोगों को सही इलाज और चिकित्सा तो दे रहे हैं, लेकिन जो सबसे अहम चीज है वह पीड़ित को स्वयं ही पैदा करना होता है और वह है आत्मविश्वास। बिल्हा विकासखण्ड के पेण्डरवा गांव में निवासरत कौशिक परिवार के पांच सदस्य कोरोना संक्रमित होने के बाद कोविड सेंटर बिल्हा में भर्ती हुए और समुचित ईलाज मिलने के साथ ही उनके अंदर जो ठीक होने का आत्मविश्वास था उसकी बदौलत वह कोरोना को हराकर स्वस्थ होकर बाहर निकले।
स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार कोरोना संक्रमित हुए बिल्हा का यह कौशिक परिवार खेती किसानी एवं किराने की दुकान संचालित कर अपना गुजर बसर करता है। इस परिवार में 10 लोग हैं। इनमें से पांच लोगकोरोना संक्रमित हो गए। संक्रमित होने वालों में कुमारी बाई 65 वर्ष, उनकी बहू अनिता कौशिक 32 वर्ष, सुनीता कौशिक 30 वर्ष, सुनीता की दोनों बेटियां सिमरन 9 वर्ष एवं श्वेता 11 वर्ष शामिल हैं। जैसे ही इन्हें कोरोना के लक्षण होने का संदेह हुआ तो इन्हें कोरोना टेस्ट कराया। टेस्ट में 5 लोगों के पॉजिटिव आने पर सभी के सभी इलाज के लिए बिल्हा स्थित कोविड सेंटर में भर्ती हो गए थे।
आपको बता दें कि कलेक्टर डॉ. सारांश मित्तर के मार्गदर्शन में बिल्हा के जनप्रतिनिधियों, एसडीएम अखिलेश साहू, अधिकारियों, क्षेत्र के व्यापारियों एवं नागरिकों के प्रयासों से कोविड केयर सेंटर स्थापित किया गया है। एसडीएम अखिलेश साहू का कहना है कि “मरीजों के स्वस्थ होने पर हमें खुशी मिलती है। हर मरीज के पीछे यहां के डॉक्टर एवं नर्स कड़ी मेहनत शामिल है।“
कुमारी बाई ने बताया,“सबसे पहले अनिता कौशिक की तबीयत खराब हुई। लक्षण आने पर उसका कोरोना टेस्ट किया गया, जिसमें उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई। अनीता को थायराइड की बीमारी थी। बहू के संक्रमित होने की बात सुनकर बीपी पेशेंट कुमारी बाई और अन्य परिवार के सदस्यों ने अपनी कोविड जांच कराई। जिसमें परिवार के पांच लोग कोरोना संक्रमित पाए गए। घर में होम कोरंटाइन की सुविधा न होने के चलते पांचों लोगों ने कोविड सेंटर में भर्ती होकर इलाज कराने का फैसला लिया और बिल्हा कोविड सेंटर भर्ती होने पहुंचे। यहां सेंटर प्रबंधन के बेहतर इलाज से वह लोग जल्द ही रिकवर करने लगे।“
सीएमएचओ डॉ. प्रमोद महाजन ने बताया “उपचार के दौरान कौशिक परिवार के सदस्य न खुद बल्कि अन्य मरीजों को भी यह हौसला देते दिखे कि कोरोना की बीमारी उनका कुछ नहीं कर सकती। वह लोग जल्द स्वस्थ होकर अपनों के पास जाएंगे। उनके इस हौसले की बदौलत सभी ने कोविड की जंग जीत ली है। सभी लोगों को 26 मई को अस्पताल से डिस्चार्ज किया गया। इससे एक बार फिर यह साबित हो गया है कि कोरोना संक्रमित होने पर दवा के साथ साथ ठीक होकर अपनों के साथ रहने का आत्मविश्वास का होना भी बहुत जरूरी है। इसलिए कोरोना में चिकित्सकीय परामर्श के साथ मन भी मजबूत रखें तो रिकवरी का सफर आसान और तेज होता है।“