जैजैपुर थाने का दो आरक्षकों पर शराब तश्कर से 70 हजार लेने का मामला उजागर हुआ था,एक माह हो जाने के बाद भी नही हुई ठोस कार्यवाही।

जैजैपुर पुलिस की काला करतूत,30 लीटर महुआ शराब पकड़ी जिसे 70 हजार रूपये लेकर बनाया जमानती धारा।
जांजगीर चाम्पा/ जैजैपुर थाना के दो आरक्षक देवनारायण चन्द्रा,और अश्वनी जायसवाल,के द्वारा शराब तश्कर मणिशंकर कुर्रे छोटे सीपत को जैजैपुर के कचन्दा रोड पर बिक्री के लिये घूम रहे थे तो पकड़ लिया,जिससे आरक्षक द्वारा मणि शंकर कूर्रे को गाली गलौज करते हुए मार पिट किया गया और बाइक मोबाइल को छीन लिया गया था,फिर जैजैपुर थाने ले जाकर धमकी दिया की तुम हमे 1 लाख दो नही तो तुम्हे जेल भेज देंगे,तो मणि शंकर के द्वारा बोला गया कि मैं गरीब आदमी हूं मेरे पास इतना पैसा नही है साहब मुझ पर रहम करो छोटे छोटे बच्चों के परवरिस के लिये यह धंधा मजबूरी में अभी किया हूं,तो आरक्षक के द्वारा बोला गया कि 70 हजार दो तभी छोड़ेंगे अन्यथा जेल भेज देंगे,इससे डरकर मणि शंकर के द्वारा अपने घर से किसी तरह 70 हजार जुगाड़ करके जैजैपुर पुलिस आरक्षक देव नारायण चन्द्रा और अश्वनी जायसवाल को पन्नी में पैक करके दिया तो कही जाके मणि शंकर कूर्रे के 30 लीटर महुआ शराब को 4 लीटर पकड़े करके जमानती धारा बनाकर छोड़ दिया गया है साथ ही मोटरसायकल को भी बिना प्रकरण के छोड़ दिया,बाद में मणी शंकर कूर्रे ने मीडिया को बताया कि इस तरह जैजैपुर थाना के दो आरक्षक द्वारा मेरे से 70 हजार लिये है जिससे मैं बहुत आर्थिक तंगी में हूं तो मीडिया वालों ने उसे जांजगीर पुलिस अधीक्षक के पास शिकायत करने की सलाह दिए तो मणि शंकर के द्वारा दिनाँक 8 जून 2021 को एसपी को लिखित इस सम्बद्ध में शिकायत किये हैं,जिससे पुलिस अधीक्षक पारुल माथुर के द्वारा कार्यवाही करने की बात कही गई थी मगर अब तक न तो मणि शंकर कूर्रे का पैसा वापस लौटाया गया और ना ही उक्त दोषी आरक्षकों पर कोई उचित कार्यवाही हुई है,जांजगीर चाम्पा के एसपी पारुल माथुर मेडम मणि शंकर कूर्रे को न्याय दिलाने में कोई ठोस कार्यवाही नही किये, आज 1 माह से ऊपर हो जाने के बाद भी उक्त दोषी आरक्षकों का जैजैपुर थाने से ट्रान्सफर नही हुआ,जिले में यह कैसी पुलिस सिस्टम चल रहा है था पारुल माथुर के कार्यकाल में जो समझ से परे हैं,उक्त केश की छानबीन संजय महादेवा एडिशन एसपी द्वारा किये जा रहे थे और पीड़ित मणिशंकर को पूछताछ के लिये जिला मुख्यालय बुलाया गया था मगर फिर भी 1 माह हो जाने के बाद भी अभी तक कोई ठोस कार्यवाही नही दिख रहा है जिससे मणिशंकर कूर्रे के द्वारा अभी वर्तमान नव नियुक्त एसपी से मुलाकात कर न्याय की गुहार लगाने के लिये मिलने वाले हैं आगे यह देखना होगा की वर्तमान एसपी महोदय इस केश पर क्या उचित एक्शन लेते हैं।
क्योंकि पूर्व एसपी मेडम का जिले से ट्रांसफर हो भी हो चूकें है अब उनके अधूरे कार्य को वर्तमान एसपी महोदय कितना सज्ञान में लेतें है,देखने योग्य होगा की वर्तमान पुलिस अधीक्षक के द्वारा इन दोनों आरक्षकों को जैजैपुर से ट्रान्सफर करते हैं कि नही क्योंकि इसी तरह के प्रकरण इससे पहले भी हुआ था जिसे पुलिस अधीक्षक मेडम के द्वारा उक्त दोषी आरक्षक को लाइन अटैच किया था अब आगे यह देखना होना की जैजैपुर के इन दो आरक्षकों पर क्या उचित कार्यवाही की जाती है,वही मणिशंकर कूर्रे ने पुलिस अखबार समाचार के माध्यम से वर्तमान एसपी साहब से विनती गुहार लगाया गया है कि मेरे 70 हजार रुपए को वापस दिलवाने विनती की हैं अन्यथा पैसे नही मिलने पर मेरे द्वारा आत्महत्या करने के सिवा कोई रास्ता नही होगा मेरे ऐसे कदम उठाने पर उक्त दोनों आरक्षक जिम्मेदार होंगे,यह बात मीडिया के समक्ष पीड़ित मणि शकंर कूर्रे ने कही।
बयान
मणिशंकर कूर्रे
जैजैपुर थाने के दो आरक्षक के द्वारा मुझसे 70 हजार ले लिया गया है उसे वापस दिलवाने के लिये जांजगीर एसपी को लिखित शिकायत किया था जो एक माह हो जाने के बाद भी मुझे पैसे वापस नही मिले और न उक्त आरक्षकों पर कोई उचित कार्यवाही हुई है दो आरक्षक जैजैपुर थाने में जमे हुए हैं और किसी न किसी को धमका के पैसे वसूल रहें होंगे,जिन पर जल्द कार्यवाही करने की गुहार वर्तमान एसपी साहब से करता हूं।