छत्तीसगढ़

करनौद धान खरीदी केंद्र में किसानों के खून पसीने की कमाई में डाका, प्रति तौल एक किलो तक अधिक धान लेने का मामला, शिकायत के बावजूद नहीं हो रही कार्रवाई

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जांजगीर-चांपा। धान खरीदी केन्द्रों में किसानों के खून पसीने की कमाई को लुटने कोई कसर नहीं छोड़ा जा रहा है। जिले के करनौद खरीदी केंद्र में भी किसानों से प्रति तौल डेढ़ किलो तक अधिक धान लिया जा रहा है। इससे समझा जा सकता है कि खरीदी केंद्र प्रभारी जहां मालामाल हो रहा है तो वहीं किसानों को अपने साल भर की कमाई का भी उचित मूल्य नहीं मिल पा रहा है। इस पूरे मामले की शिकायत संबंधित अधिकारियों से की गई है, लेकिन अब तक करनौद खरीदी केंद्र प्रभारी के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है।

जिले के 129 धान खरीदी केंद्रों में खरीदी अंतिम पड़ाव पर है। इनमें ज्यादातर खरीदी केंद्रों में किसानों की खून पसीने की कमाई में डाका डालने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। इनमें से करनौद खरीदी केंद्र में बड़ी गड़बड़ी की शिकायत सामने आई है। शिकायत के मुताबिक किसानों से प्रति तौल डेढ़ किलो तक अधिक धान लेने का वाक्या सामने आया था। शिकायत की पड़ताल करने जब खरीदी केंद्र पहुंचे और तौले गए धान के बोरे का फिर से तौल कराया गया तो शिकायत सही मिली। तौले गए बोरे में डेढ़ किलो तक अधिक धान मिला। इस संबंध में जब करनौद धान खरीदी केंद्र प्रभारी जगदीश चंद्रा से बात की तो उनका कहना था कि किसान स्वयं अधिक धान तौल कर बेच रहे हैं जबकि जानकारी के मुताबिक किसानों से अधिक धान लेकर शाम को अधिक तौले गए बोरे में से धान को निकाल लिया जाता है। इस तरह कई क्विंटल धान की चोरी की जा रही है। इस कार्य में अधिकारियों की मिलीभगत से इ्रकार नहीं किया जा सकता है। शायद यही वजह है करनौद धान खरीदी केंद्र प्रभारी जगदीश चंद्रा की शिकायत की गई है। इसके बावजूद अब तक उसके खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई तो दूर एक नोटिस तक नहीं भेजी गई है।

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