राजनीति

भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट मैच को लेकर कांग्रेस ने उठाया सवाल

नई दिल्ली
भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट मैच खेले जाने को लेकर कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने आलोचना की है। उन्होंने कहा कि भाजपा के नेता पाकिस्तान के खिलाफ इतने बयान देते हैं, चुनाव में नारे लगाते हैं कि अगर कांग्रेस जीतेगी तो तालियां वहां बजेगी। एएनआई से बातचीत में अल्वी ने कहा, 'अब भारत की टीम पाकिस्तान की टीम के साथ मैच खेल रही है। ये किस तरीके की नीति है? अगर पाकिस्तान हमारा दुश्मन है तो उसके साथ खेलने का क्या मतलब है? सरकार बार-बार कहती है कि जब तक आतंकवाद खत्म नहीं होगा हम बात-चीत नहीं करेंगे। क्या आतंकवाद खत्म हो गया? क्या कश्मीर में फौजी नहीं मारे जा रहे हैं? शहीदों के घरवाले क्या सोचेंगे? मैं इसकी निंदा करता हूं।'

कांग्रेस के सीनियर नेता ने कहा कि मौजूदा भारत सरकार की नीति समझ से बाहर है। मैं इसकी निंदा करता हूं। राशिद अल्वी ने कहा, 'सरकार की ओर से मैच करवाया जा रहा है और कल उनके खिलाफ बयान दिया जाएगा। मैं अपने खिलाड़ियों को निश्चित तौर पर शुभकामनाएं दूंगा। हमारी टीम मजबूत और जीतेगी। मगर, सवाल टीम का नहीं है। सवाल तो भारत सरकार का है कि उसने इस मैच की इजाजत क्यों दी? जो लोग आतंक फैलाते हैं, आप उनके साथ खेल खेल रहे हैं। क्या यह उचित है? क्या शहीदों के परिवारवाले इसे बर्दाश्त कर पाएंगे? आप उनके दिलों को तोड़ रहे हैं। उनके सम्मान को ठेस पहुंचा रहे हैं।'

महामुकाबले में भारत और पाकिस्तान आमने-सामने
आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के महामुकाबले में भारत और पाकिस्तान आज आमने-सामने होंगे। रोहित शर्मा की अगुवाई वाली टीम की निगाह सेमीफाइनल में जगह पक्की करने पर टिकी होगी, जबकि मोहम्मद रिजवान के नेतृत्व वाली टीम टूर्नामेंट से जल्दी बाहर होने से बचने की कोशिश करेगी। भारत ने जहां अपने पहले मैच में बांग्लादेश को 6 विकेट से हराकर अपने अभियान की शानदार शुरुआत की, वहीं पाकिस्तान को न्यूजीलैंड से 60 रन से करारी हार का सामना करना पड़ा था। उपमहाद्वीप की इन दोनों टीम के बीच चैंपियंस ट्रॉफी में आखिरी मुकाबला 2017 में फाइनल में हुआ था जिसमें पाकिस्तान की टीम ने जीत हासिल की थी। रिजवान और उनके साथी लंदन में मिली उस जीत से प्रेरणा लेने का प्रयास करेंगे, लेकिन उसके खिलाड़ियों को खेल के तीनों विभाग में अच्छा प्रदर्शन करना होगा।

Related Articles

Leave a Reply

Back to top button