पामगढ़ में पीडब्ल्यूडी इंजीनियर के रिश्तेदार ने किया बेजाकब्जा
पामगढ़ – तहसील कार्यालय पामगढ़ के अंतर्गत लगातार बढ़ रहे शासकीय जमीन कब्जा को रोकने में प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारियों की पसीना छूट रहा है। जिसके चलते क्षेत्र में शासकीय भूमि पर बेजा कब्जाधारियों की बाढ़ सी आ गई है। एवं उसे रोकने में अभी तक प्रशासन बेबस और लाचार नजर आ रही है। गौरतलब है कि, तहसील कार्यायल पामगढ़ के अंतर्गत पामगढ़ में लोकनिर्माण विभाग के द्वारा सड़क चौड़ीकरण का कार्य चल रहा है जिसमे बेजाकब्जा नही हटने के कारण नाली निर्माण कार्य मे दिक्कत उत्पन्न हो रहा हैं। ज्ञात हो कि पामगढ़ से शिवरीनारायण सड़क निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है किंतु सड़क किनारे अतिक्रमण नही हटने से जहां विवाद की स्थिति बन रही है। लोकनिर्माण विभाग के द्वारा पामगढ़ से शिवरीनारायण तक लगभग 90 करोड़ की लागत से सड़क निर्माण कार्य चल रहा हैं। लेकिन पामगढ़ के अंबेडकर चौक के पास वाहनों का दबाव अधिक रहता है और इसी जगह पर सड़क की चौड़ाई और नाली को लेकर मामला दिनों दिन गहराता जा रहा है।
ग्रामीणों के माने तो इंजीनियर के द्वारा अपने निजी रिश्तेदार को बचाने के लिये नाली निर्माण पर ध्यान नही दे रहे है। वही तहसीलदार के द्वारा खाली करने के लिए सिर्फ बोल कर ही खाना पूर्ति कर रही हैं। ग्रामीणों का कहना है कि जब पामगढ़ क्षेत्र के बड़े बड़े पक्का मकान को तोड़ दिया गया हैं लेकिन एक ठेला के कारण नाली निर्माण में रुक गया है मतलब की साफ है अधिकारियों से साठगांठ करके निर्माण कार्य को रुकवाया जा रहा हैं।
जब इस मामले में पी डब्लू डी के एसडीओ से बात की गई तो पीडब्ल्यूडी एसडीओ दिनेश धुर्व का कहना है कि प्रशासन हमारा सहयोग नहीं कर रहा है हम वहां मार खाने थोड़ी जाएंगे जब प्रशासन सहयोग करेगा तोड़ने के लिए नोटिस देगा उस दिन वहां पर जाएंगे
जब इस मामले में एस डी एम पामगढ़ से चर्चा हुई तो उनके द्वारा पामगढ़ तहसीलदार को बेजाकब्जा तोड़ने को बोला गया उसके बाद तहसीलदार द्वारा एस डी एम के आदेश को भी नही मानी तो कहीं न कही लगता हैं बेजाकब्जा करने वालो को इनके द्वारा सह दिया जा रहा है क्योकि वह बेजाकब्जा धारी पीडब्ल्यूडी इंजीनियर का रिश्तेदार है इस वज़ह से तहसीलदार और सब इंजीनियर” एसडीओ” पीडब्ल्यूडी पामगढ़ संदेह के दायरे में ?