आरक्षक की सूझबूझ से बची युवती की जान बढ़ाया पुलिस का मान रक्षा टीम ने काउंसलिंग के बाद युवती से लिया वादा

बिलासपुर-19 सितंबर 2020
बिलासपुर पदस्थ पुलिस आरक्षक सूरज कुर्रे ने अपनी सूझबूझ व सक्रियता का परिचय देकर न सिर्फ एक युवती की जान बचाई है बल्कि बिलासपुर पुलिस का मान भी बढ़ाया है। आरक्षक के इस सराहनीय प्रयास की एसपी बिलासपुर ने प्रशंसा करते हुए उसकी जानकारी बिलासपुर पुलिस के फेसबुक पेज पर भी अपलोड किया और उसके माध्यम से लोगों से यह अपील भी की है कि क्षणिक आवेश में आकर अपने अनमोल जीवन को समाप्त करने जैसे विचार मन में न लाएं।
जिस 22 वर्षीय लड़की को बिलासपुर पुलिस के आरक्षक सूरज कुर्रे ने बचाया वह एक रेस्टोरेंट में कुक का काम करती है। वह बिना जाने समझे शोसल मीडिया एप इंस्टाग्राम के जरिए एक लड़के से जुडी थी और उससे प्यार करने लगी| वह सूरत के रहने वाले जिस संतोष नाम के लड़के से प्यार करती थीउसने युवती की भावनाओं से खेलने के बाद उससे बात करना बंद कर दिया। इतना ही नहीं संतोष लड़की से कोई रिश्ता न रखने और उसकी प्रेमलीला की बात उसके घरवालों को बताने की धमकी देनेलगा| इससे परेशान होकर युवती तोरवा के छठ घाट पहुंची और पुल से छलांग लगाकर खुदकुशी करने का प्रयास किया|
खुदकुशी करने से पहले लड़की अपनी गलती को लेकर खुद कोकोसती है और रोती है। यह देख वहां से गुजर रहा आरक्षक उसकी मनोदशा को जान लेता है। उसने थोड़ी दूर आगे जाकर बाइक रोकी और धीरे आकर लड़की को पुल से कूदने से पहले ही बचा लिया। इसके बाद मौके पर पहुंची रक्षा टीम को लड़की ने सारी बात बताई।रक्षा टीम ने न सिर्फ लड़की को समझाया बल्कि उसे अपने साथ ले जाकर उसकी काउंसलिंग भी की|
इसके बाद लड़की को अपने किए पर पछतावा हुआ और उसने भविष्य में ऐसा गलत कदम न उठाने का आश्वासन भी दिया है। जब रक्षा टीम ने युवती को उसके माता-पिता के सुपुर्द किया तो उन्होंने पुलिस के इस नेक कार्य का धन्यवाद दिया।
क्या है रक्षा टीम
जिले के सभी थानों में रक्षा टीम का गठन किया गया। रक्षा टीम का उद्देश्य क्षेत्र की सभी बालिकाओं व महिलाओं में सुरक्षा की भावना उत्पन्न करने के साथ उन्हें सुरक्षित रखना है। इस टीम की प्रभारी थाने की एक महिला स्टाफ हती है| रक्षा टीम अपने क्षेत्र के उन सभी विभिन्न स्कूल कॉलेजों व संस्थाओं में जाती है जहां छात्राएं पढ़ती हैं या काम करती हैं। वहां वह उन्हें जागरूक करने के साथ ही थाना प्रभारी का मोबाइल नंबर शेयर करती हैं, जिससे जरूरत पड़ने पर वह काल कर रक्षा टीम की मदद ले सकें। यह टीम ऐसे स्थानों पर पेट्रोलिंग भी करती हैं, जहां छेड़छाड़ की आशंका अधिक रहती है।इसके साथ ही यह टीम खुदकुशी या अन्य तरह के गलत कदम उठाने जा रही महिलाओं की काउंसलिंग करके उन्हें सही रास्ते पर लाने का प्रयास भी करती है।
पुलिस से डरे नहीं बल्कि उससे दोस्ती करें
बिलासपुर के एडिशनल एसपी उमेश कश्यप का कहना है कि महिलाएं अक्सर पुलिस या थाने जाने के डर से कई जीचों अपने मन में ही दबा कर रह जाती है। इससे अपराधिक प्रवृत्ति के लोग उनका शोषण करने की कोशिश करते हैं। रक्षा टीम का गठन इसीलिए किया गया है, जिससे छात्राएं, नौकरी पेशा वाली युवतियां या महिलाएं और गृहणियां उनसे जुड़े और उनके साथ हो रहे किसी भी तरह के गलत कार्य की जानकारी साझा करें। इससे रक्षा टीम निश्चित तौर पर उन्हें न्याय दिलाने के लिए पहल करेगी।