
भोपाल
कुटीर एवं ग्रामोद्योग राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दिलीप जायसवाल ने कहा है कि खादी वस्त्रों एवं स्वदेशी उत्पादों का ज्यादा से ज्यादा उपयोग कर देश को समृद्ध बनाने में योगदान दें। उन्होंने कहा कि खादी का देश की आजादी में बड़ा योगदान था। राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी ने विदेशी वस्तुओं के बहिष्कार का अभियान चलाकर स्वदेशी वस्तुओं को उपयोग में लाने पर जोर दिया था, जिसके कारण अंग्रेजों को देश छोड़ने के लिये मजबूर होना पड़ा। राज्यमंत्री जायसवाल गौहर महल में मध्यप्रदेश खादी तथा ग्रामोद्योग बोर्ड द्वारा आयोजित राज्य स्तरीय खादी उत्सव-2025 का औपचारिक शुभारंभ कर रहे थे। इस अवसर पर लगायी गयी प्रदर्शनी का उन्होंने निरीक्षण किया। प्रदर्शनी में खादी वस्त्रों एवं अन्य उत्पादों की खरीदी पर 20 प्रतिशत की छूट प्रदान की जा रही है। प्रदर्शनी 15 मई तक लगेगी।
राज्यमंत्री जायसवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का सपना है कि भारत विश्व गुरु बनकर दुनिया का सबसे विकसित देश बने। इसके लिये उन्होंने जनता से खादी का उपयोग जरूर करने का आहवान किया है। उन्होंने कहा कि खादी उद्योग देश में बड़े स्तर पर व्यापार कर रहा है। युवाओं, महिलाओं, पुरूषों एवं बच्चों, सभी की पसंद के आधार पर खादी उत्पाद तैयार किये जा रहे हैं। ये उत्पाद जैविक रूप से तैयार होते हैं, जिनका उपयोग करने से किसी प्रकार का नुकसान नहीं होता है। उत्पाद तैयार करने वाले सभी कारीगर, शिल्पकार और कलाकार बधाई के पात्र हैं।
राज्यमंत्री जायसवाल ने कहा कि खादी वस्त्रों की ब्रॉण्डिंग के लिये विभाग द्वारा एक पोर्टल तैयार किया जा रहा है। पोर्टल पर विभिन्न उत्पादों की जानकारी रहेगी, जहाँ से कोई भी व्यक्ति उत्पाद खरीद सकता है। विभाग के शो-रूमों से भी उचित दाम पर उत्पाद क्रय किये जा सकते हैं।
नगरीय विकास एवं आवास राज्यमंत्री श्रीमती प्रतिमा बागरी ने कहा कि देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी खादी एवं स्वदेशी उत्पादों को लगातार प्रोत्साहित करने का कार्य कर रहे हैं। खादी उद्योग भारतीय संस्कृति एवं परम्परा का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि देश में विलुप्त होती जा रही कलाओं को कुटीर एवं ग्रामोद्योग विभाग संरक्षित करने का कार्य कर रहा है। जगह-जगह खादी उद्योगों को प्रोत्साहन मिल रहा है।
कार्यक्रम में स्टेट डायरेक्टर भारत सरकार दिलीप वर्मा, खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड के अधिकारी नीरज उइके, विजय धुर्वे, हस्तशिल्प एवं विकास निगम के एम.एल. शर्मा सहित विभागीय अधिकारी और कलाकार, शिल्पकार, कारीगर, दर्शकगण उपस्थित थे।