छत्तीसगढ़

फर्जी आरटीओ कर्मचारी बनकर कर रहे अवैध वसूली, रायगढ़ पासिंग गाड़ियों का इस्तेमाल और कोई वैध दस्तावेज नहीं

जांजगीर, छत्तीसगढ़: जांजगीर और आसपास के क्षेत्रों में एक नया गिरोह सक्रिय हो गया है, जो खुद को क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय (RTO) का कर्मचारी बताकर वाहनों को रोक रहा है और अवैध रूप से पैसे वसूल रहा है. यह खुलासा हुआ है कि ये धोखेबाज मैन्युअल पर्चियां काटकर वाहनों से वसूली कर रहे हैं, और उनके पास आरटीओ से संबंधित कोई भी पुख्ता दस्तावेज नहीं है. सबसे चिंताजनक बात यह है कि ये लड़के रायगढ़ पासिंग की गाड़ियों का इस्तेमाल कर रहे हैं, जिससे उनकी पहचान छिपाने में मदद मिल रही है.
अवैध वसूली का तरीका और पहचान
ये ठग अक्सर सुनसान या कम आबादी वाले रास्तों पर वाहनों को निशाना बनाते हैं. वे अपनी रायगढ़ पासिंग गाड़ियों का इस्तेमाल कर वाहनों को रोकते हैं और आरटीओ कर्मचारी होने का दावा करते हैं. इसके बाद, वे वाहन चालकों पर विभिन्न यातायात नियमों के उल्लंघन का आरोप लगाते हैं और जुर्माने के नाम पर मोटी रकम की मांग करते हैं. पैसे लेने के बाद, वे हाथ से लिखी हुई (मैन्युअल) पर्ची देते हैं, जो कि पूरी तरह से अवैध है और किसी भी सरकारी विभाग द्वारा जारी नहीं की जाती.
जांच में पता चला है कि इन व्यक्तियों के पास आरटीओ द्वारा जारी कोई भी आधिकारिक पहचान पत्र, नियुक्ति पत्र या अन्य संबंधित दस्तावेज नहीं हैं, जो यह साबित कर सकें कि वे वास्तव में आरटीओ के कर्मचारी हैं. उनका पूरा धंधा धोखे और मनगढ़ंत नियमों पर आधारित है.
जनता से अपील और संभावित खतरे
इस प्रकार की गतिविधियों से आम जनता के बीच भय का माहौल है और वे आर्थिक रूप से ठगे जा रहे हैं. यह न केवल लोगों को नुकसान पहुंचा रहा है, बल्कि सरकारी विभागों की विश्वसनीयता पर भी सवाल खड़े कर रहा है.
पुलिस और प्रशासन से इस मामले में तत्काल कार्रवाई की मांग की जा रही है.

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जनता से अपील की जाती है कि किसी भी ऐसे व्यक्ति पर विश्वास न करें जो खुद को आरटीओ कर्मचारी बताकर आपसे पैसे मांगे और मैन्युअल पर्ची दे.

आरटीओ विभाग द्वारा जारी सभी रसीदें कम्प्यूटरीकृत होती हैं और उनमें विशिष्ट पहचान संख्या (Unique Identification Number) होती है.

यदि आपको ऐसे किसी व्यक्ति पर संदेह हो, तो तुरंत स्थानीय पुलिस को सूचित करें. पुलिस नियंत्रण कक्ष (Dial 112) या नजदीकी थाने में इसकी सूचना दें.
वाहन के दस्तावेजों को नियमित रूप से अपडेट रखें ताकि किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी से बचा जा सके.
यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि ऐसे जालसाजों को जल्द से जल्द पकड़ा जाए ताकि आम जनता को इस अवैध वसूली से मुक्ति मिल सके और सरकारी विभागों की छवि बनी रहे.

जिला परिवहन अधिकारी गौरव साहू से इस मामले में बातचीत हुई तो उनका कहना है कि अभी सभी चलित puc सेंटर को स्थाई करने के लिए निदेश किया जा चुका है कोई भी रोड पर इस प्रकार से वसूली करते दिखा उसके ऊपर दंडानात्मक करवाई की जाएगी।

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