हनीमून मनाने शिलांग गए इंदौर के कपल का सुराग नहीं, सीएम बोले बारिश से बढ़ी मुश्किलें, ड्रोन सर्चिंग शुरू

इंदौर
इंदौर के साकार नगर में रहने वाले ट्रांसपोर्टर राजा रघुवंशी और उनकी पत्नी सोनम को लापता हुए शुक्रवार को 8 दिन हो गए हैं। 23 मई को उनके लापता होने की जानकारी सामने आई थी। उन्हें आखिरी बार ओसरा हिल्स के आसपास देखा गया था, लेकिन अब तक उनका कुछ भी पता नहीं चल पाया है।
सीएम बोले हम हर संभव प्रयास करेंगे
इस मामले को लेकर मेघालय के मुख्यमंत्री कानराड कोंगकल संगमा ने कहा है कि मामले की गंभीरता को देखते हुए राज्य प्रशासन के साथ सरकार भी हर संभव प्रयास कर रही है। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने भी इस मामले में सक्रिय रूप से हस्तक्षेप किया है और उन्होंने आश्वस्त किया है कि सभी आवश्यक जांच की जा रही हैं। हालांकि, पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इलाके में लगातार बारिश और तूफान के कारण सर्चिंग ऑपरेशन में परेशानी आ रही है, फिर भी सर्च टीम को जल्द ही सफलता मिलने की उम्मीद है।
इधर इंदौर में शुक्रवार की सुबह रघुवंशी समाज सड़क पर उतर आया। समाज के लोगों के हाथों में तख्तियां और पोस्टर थे और चेहरे उदास…।
बता दें कि परिजनों ने गुरुवार 29 जून को मीडिया को एक पत्र शेयर किया था, इस पत्र में उन्होंने राजा और सोनम रघुवंशी को ढूंढ़ने के लिए सेना को भेजने का आग्रह किया था। इस पत्र द्वारा सीएम मोहन यादव, मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, इंदौर सांसद शंकर लालवानी और कलेक्टर तथा, पुलिस कमिश्नर से अपील की गई थी वे भारत सरकार से मदद मांगें और सेना को शिलांग भेजें। उन्हें शिकायत है कि शिलांग पुलिस की कार्रवाई धीमी है, उनके पास केवल एक डॉग स्क्वॉड है। इतने दिन बाद भी शिलांग पुलिस उन्हें ढूंढ़ने में नाकाम है।
सड़क पर उतरा रघुवंशी समाज, भारत सरकार से की सेना भेजने की मांग
राजा-सोनम रघुवंशी को ढूंढ़ने की गुहार
बता दें कि राजा और सोनम रघुवंशी दोनों 23 मई से शिलांग में लापता हैं, पुलिस लगातार उनकी सर्चिंग कर रही है। लेकिन अब परिजनों के सब्र का बांध टूट चुका है, अब उन्हें इंतजार है कि जल्द ही उनके बच्चे सही सलामत लौट आएं। इस मामले में उनके साथ रघुवंशी समाज भी अब सरकार से सेना की मदद भेजने का आग्रह कर रहा है। शुक्रवार को शहर की सड़कों पर नजर आए रघुवंशी समाज के लोगों के हाथों में तख्तियां थीं, बड़े-बड़े पोस्टर थे, लेकिन उनके गले से आवाज नहीं निकल रही थी। बिना नारेबाजी, बिना किसी शोर उन्होंने अपना दुख और चिंता जाहिर करते हुए सरकार से दोनों बच्चों को वापस लाने की अपील की है। भारत सरकार से निवेदन किया है कि भारतीय सेना को शिलांग भेजकर राजा और सोनम को वापस लाने में उनका सहयोग करें।
गाइड नहीं किया था
मेघालय में पूर्वी खासी हिल्स के एसपी एचपी खारकोंगर ने बताया कि राजा रघुवंशी और उनकी पत्नी सोनम 21 मई को शिलांग पहुंचे थे। 22 मई को होटल से चेकआउट करने के बाद उन्होंने सिसौरा में एक होटल में अपना सामान रखा, लेकिन उन्हें वहां कमरा नहीं मिला। एसपी ने बताया कि यह होटल भी सीसीटीवी फुटेज में सामने आया है, जिसे जांच के लिए लिया गया है। इसके बाद दंपती माउलाकया गांव की ओर बढ़े थे, जहां उनकी स्कूटी पार्किंग में मिली थी। इसके बाद वे छिपारा होम स्टे पहुंचे और अगले दिन सुबह 5:30 बजे वहां से निकल गए थे। वहां उन्होंने गाइड नहीं लिया और कुछ स्थानीय लोगों ने उन्हें रास्ते में देखा था। लेकिन इसके बाद से दोनों का कोई सुराग नहीं मिला है।
सर्च ऑपरेशन में बाधाएं, स्कूटी और बैग बरामद
एसपी खारकोंगर ने बताया कि दोनों की स्कूटी और बैग होटल मन्हा में मिले हैं, लेकिन अब तक उनके मोबाइल फोन और अन्य कोई जानकारी नहीं मिल पाई है। पुलिस ने एसडीआरएफ और स्थानीय पुलिस की मदद से इलाके के आसपास के गांवों में खोजबीन की है। हालांकि, सर्च ऑपरेशन में बारिश और तूफान जैसे मौसम संबंधी दिक्कतों के कारण दिक्कतें आ रही हैं। पुलिस ने यह भी बताया कि स्कूटी ML05AA1472 के बारे में उसके मालिक ने पुलिस को जानकारी दी थी कि वह सोदार में खड़ी मिली थी। पुलिस लगातार तलाश में जुटी हुई है और उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही कोई सुराग मिल सकता है।
ड्रोन की मदद से सर्चिंग तेज
इस दौरान पुलिस अधिकारियों ने दंपती की तलाश के लिए एसडीपीओ, डीएसपी और एसपी रैंक के अफसरों को भी सर्च ऑपरेशन में लगाया है। इसके अलावा एसडीआरएफ, फायर सर्विसेज सर्च टीम, ग्रामीण टीम और स्पेशल ऑपरेशन टीम के साथ ड्रोन की मदद से भी इलाके की निगरानी की जा रही है। ड्रोन की सहायता से पुलिस ने आसपास के कई गांव और इलाकों में सर्च किया है, लेकिन अब तक दंपती का कोई भी सुराग नहीं मिल पाया है। पुलिस का कहना है कि वे हर संभव प्रयास कर रहे हैं और सर्च ऑपरेशन लगातार जारी रहेगा।