श्री श्री रविशंकर ने उपलब्धियों को सराहा, कहा – ‘कश्मीर घाटी तक ट्रेन का सपना हुआ साकार’

बेंगलुरु
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तीसरे कार्यकाल को 9 जून को एक साल पूरे हो रहे हैं। केंद्र में पिछले 11 साल से सत्तासीन एनडीए सरकार की कई उपलब्धियां रही हैं। आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रविशंकर ने सरकार की तारीफ करते हुए कहा कि कश्मीर घाटी तक ट्रेन का सपना अब साकार हुआ है। घाटी के लोग अब कश्मीर से कन्याकुमारी तक जा सकते हैं। यह कार्य बहुत सराहनीय है।
श्री श्री रविशंकर ने समाचार एजेंसी आईएएनएस से बात करते हुए मोदी सरकार की उपलब्धियां गिनाईं। उन्होंने कहा कि 1980 के दशक से वह कश्मीर जाते रहे हैं। घाटी के लोगों ने कभी ट्रेन नहीं देखी थी। उन्हें ट्रेन में बैठने का बहुत शौक होता था। उन्हें ट्रेन देखने के लिए पहले जम्मू आना पड़ता था। अब यह बहुत हर्ष की बात है कि इतने साल के बाद कश्मीर घाटी का रेल से संपर्क हुआ है। इसके जरिए अब वहां के लोग कश्मीर से कन्याकुमारी तक जा सकते हैं। यह काम बहुत सराहनीय है। जब अलग-अलग भाषा और अन्य संस्कृतियों के लोग एक-दूसरे से मिलते हैं, यह असली भारत की एकता को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि सरकार ने कश्मीर को नया स्वरूप दिया है। पहले और अब के कश्मीर में जमीन-आसमान का अंतर आया है। पिछले कई साल में आतंकी घटनाओं में कमी आई है।
आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर ने कहा कि पिछले 11 साल में भारत ने बहुत तरक्की की है। भारत दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है। जल्द ही हमारा देश तीसरी बड़ी अर्थशक्ति बन जाएगा। देश में पिछले 70 साल में इन्फ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में जो काम नहीं हुआ था, वह पिछले 11 साल में हुआ है। गरीबों के बैंक खातों में सीधे पैसे पहुंच रहे हैं। इससे भ्रष्टाचार और बिचौलिए खत्म हुए हैं। नारी शक्ति को 11 साल में बल मिला है, खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाएं काफी सशक्त हुई हैं। पहले महिलाएं घूंघट ओढ़कर घर में रहती थीं और सिर्फ घर का काम देखती थीं। अब महिलाएं सामाजिक क्षेत्रों में जिम्मेदारियां निभाने में आगे बढ़ रही हैं।
उन्होंने तीर्थ स्थलों के जीर्णोद्धार का जिक्र कर मोदी सरकार की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि करोड़ों लोगों की आस्था के केंद्र उन सभी तीर्थ स्थलों को नया रूप दिया गया है जो जीर्ण-शीर्ण अवस्था में थे। यह अपने-आप में आस्था को छूने वाली बात है। फिर चाहे महाकाल, काशी विश्वनाथ, केदारनाथ या अयोध्या हो – आज देशभर में तीर्थस्थलों का पुनरोद्धार किया गया है। खास तौर पर यह आस्थावान लोगों के लिए हृदयस्पर्शी है।