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DGCA ने Air India के क्रू शेड्यूलिंग विभाग के तीन वरिष्ठ अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से हटाने का निर्देश दिया

नई दिल्ली

डायरेक्टरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA) ने शनिवार को एअर इंडिया के खिलाफ कड़ा रुख अपनाते हुए क्रू शेड्यूलिंग विभाग के तीन वरिष्ठ अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से हटाने का निर्देश दिया है. यह कार्रवाई एविएशन सेफ्टी प्रोटोकॉल के गंभीर उल्लंघन को लेकर की गई है.

जिन अधिकारियों को जिम्मेदार ठहराया गया है उनमें चूरा सिंह (डिविजनल वाइस प्रेसिडेंट), पिंकी मित्तल (चीफ मैनेजर – क्रू शेड्यूलिंग) और पायल अरोड़ा (क्रू शेड्यूलिंग – प्लानिंग) के नाम शामिल हैं. DGCA ने स्पष्ट किया कि इन अधिकारियों को क्रू शेड्यूलिंग की जिम्मेदारी से तत्काल हटाया जाए.

अहमदाबाद में 12 जून को हुए भीषण प्लेन क्रैश हादसे के बाद कार्रवाई हुई है। भारत की नागरिक उड्डयन नियामक संस्था डीजीसीए ने एअर इंडिया से कहा है कि वह हाल ही के अहमदाबाद विमान हादसे में पाए गए गंभीर सुरक्षा उल्लंघनों के चलते तीन अधिकारियों को तुरंत हटा दे। यह आदेश 12 जून को सादर वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा से उड़ान भरते ही बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर क्रैश होने के कुछ ही दिन बाद आया है, जिसमें 270 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी।

फ्लाइट क्रू शेड्यूलिंग से संबंधित गंभीर और बार-बार उल्लंघन के बाद एयर इंडिया के तीन वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई का आदेश दिया है। एयरलाइन द्वारा बताई गई इन खामियों से पता चला कि अनिवार्य लाइसेंसिंग, आराम और रीसेंसी मानदंडों को पूरा न करने के बावजूद फ्लाइट क्रू को शेड्यूल किया गया और संचालित किया गया।

इस क्रैश के बाद हुए सघन जांच के दौरान DGCA ने एयर इंडिया के तीन अधिकारियों को तुरंत निलंबित करने के लिए कहा है। DGCA ने सुरक्षा उल्लंघनों की गंभीरता को देखते हुए एयर इंडिया को निर्देश दिया कि दोषी कर्मचारियों को तुरंत बर्खास्त किया जाए।

अहमदाबाद से लंदन की ओर जा रहा एयर इंडिया का ड्रीमलाइनर टेकऑफ के कुछ ही समय बाद बीजे मेडिकल कॉलेज की हॉस्टल की इमारत से टकरा गया। इस हादसे में प्लेन में सवार 242 व्यक्तियों में से 241 की मौत हो गई। केवल एक व्यक्ति ही बच पाया। इसके अलावा जमीन पर कम से कम 29 लोग मारे गए। शवों की पहचान के लिए DNA मैचिंग जारी है। अब तक 220 नमूनों में से 202 शवों की पहचान हो चुकी है। उनमें 160 भारतीय, 7 पुर्तगाली, 34 ब्रिटिश और 1 कनाडाई शामिल हैं।

यह आदेश उस घटना के कुछ ही दिनों बाद आया है जब अहमदाबाद से लंदन जा रही एअर इंडिया की एक उड़ान टेकऑफ के कुछ मिनट बाद ही क्रैश हो गई थी, जिसमें 270 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी. मरने वालों में न सिर्फ विमान पर सवार लोग थे बल्कि जमीन पर मौजूद भी कई लोग शामिल थे.

DGCA ने अब निर्देश दिया है कि एअर इंडिया तुरंत इन अधिकारियों को उनकी वर्तमान ड्यूटीज से हटा दे. साथ ही एअर इंडिया को इन अधिकारियों के खिलाफ आंतरिक अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू करने और 10 दिनों के भीतर इसकी रिपोर्ट डीजीसीए को सौंपने का आदेश दिया गया है.

आपको बता दें कि ड्रीमलाइनर और एयरबस एयरक्राफ्टों का विशेष निरीक्षण तेजी से हो रहा है। जांच जारी है। साथ ही ब्लैक बॉक्स की शुरुआती जानकारी जुटाई जा रही है । हादसे की शुरुआत इंजन, स्लाइड, फ्लैप संबंधित या टेकऑफ से जुड़ी किसी तकनीकी विफलता हो सकती है ।

DGCAने एयर इंडिया को एआई171 दुर्घटना से कुछ दिन पहले एयरबस विमानों में सुरक्षा प्रोटोकॉल के उल्लंघन के लिए चेतावनी दी थी: रिपोर्ट

 सरकारी दस्तावेजों का हवाला देते हुए बताया कि नागरिक विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने एयर इंडिया को सुरक्षा प्रोटोकॉल उल्लंघन की चेतावनी दी थी, क्योंकि उसके तीन एयरबस विमानों ने आपातकालीन प्रणालियों की सुरक्षा जांच लंबित होने के बावजूद परिचालन जारी रखा था।

एयर इंडिया उस समय आलोचनाओं के घेरे में आ गई जब उसका AI171 विमान – बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर – अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरते समय दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिससे विमान में सवार 242 लोगों में से एक को छोड़कर सभी की मौत हो गई, जबकि जमीन पर कम से कम 28 लोग मारे गए।

 डीजीसीए की रिपोर्ट के अनुसार , विमानन नियामक ने पिछले महीने मौके पर जांच के दौरान पाया कि एस्केप स्लाइड्स के "महत्वपूर्ण आपातकालीन उपकरणों" के अनिवार्य निरीक्षण के विलंब के बावजूद एयर इंडिया के तीन एयरबस विमानों का परिचालन किया जा रहा था।

एक मामले में, निरीक्षण में एक महीने से अधिक की देरी के बावजूद, एयरबस ए320 जेट विमान दुबई, रियाद और जेद्दा जैसे अंतर्राष्ट्रीय गंतव्यों के लिए उड़ान भरता पाया गया।

घरेलू मार्गों पर प्रयुक्त एयरबस ए319 से संबंधित एक अन्य मामले में निरीक्षण में तीन महीने से अधिक की देरी पाई गई, जबकि तीसरे मामले में निरीक्षण में दो दिन की देरी पाई गई।

डीजीसीए की रिपोर्ट में कहा गया है, "उपर्युक्त मामलों से पता चलता है कि विमानों को समाप्त हो चुके या असत्यापित आपातकालीन उपकरणों के साथ संचालित किया गया था, जो मानक उड़ान योग्यता और सुरक्षा आवश्यकताओं का उल्लंघन है।"

रिपोर्ट में कहा गया है कि एयर इंडिया डीजीसीए द्वारा उठाई गई कमियों के संबंध में "समय पर अनुपालन प्रतिक्रिया प्रस्तुत करने में विफल रही", "जो कमजोर प्रक्रियात्मक नियंत्रण और निगरानी को और अधिक स्पष्ट करता है।"

अहमदाबाद में हुए घातक विमान हादसे के मद्देनजर डीजीसीए ने एयर इंडिया के बीओइंग 787 विमानों की निगरानी बढ़ाने का आदेश दिया है।

हालांकि, एयर इंडिया के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और प्रबंध निदेशक कैंपबेल विल्सन ने कहा है कि दुर्घटनाग्रस्त बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर का "अच्छी तरह से रखरखाव" किया गया था और जून 2023 में इसकी बड़ी जांच की गई थी तथा अगली जांच इस वर्ष दिसंबर में निर्धारित की गई है।

विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (एएआईबी) की एक बहु-विषयक टीम ने दुर्घटना की जांच शुरू कर दी है।

इस बीच, एयर इंडिया ने शुक्रवार को रखरखाव और परिचालन कारणों का हवाला देते हुए कई अंतरराष्ट्रीय और घरेलू उड़ानें रद्द कर दीं।

प्रभावित उड़ानों में दुबई, चेन्नई, दिल्ली, मेलबर्न, पुणे, अहमदाबाद, हैदराबाद और मुंबई के बीच की सेवाएं शामिल हैं।

एयरलाइन्स की ओर से जारी बयान में कहा गया है, "एयर इंडिया की दुबई से चेन्नई जाने वाली अंतर्राष्ट्रीय उड़ानें AI906; दिल्ली से मेलबर्न जाने वाली AI308; मेलबर्न से दिल्ली जाने वाली AI309; दुबई से हैदराबाद जाने वाली AI2204 तथा पुणे से दिल्ली जाने वाली घरेलू उड़ानें AI874; अहमदाबाद से दिल्ली जाने वाली AI456; हैदराबाद से मुंबई जाने वाली AI-2872 तथा चेन्नई से मुंबई जाने वाली AI571 को रखरखाव तथा परिचालन संबंधी कारणों से रद्द कर दिया गया है।"

 

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