जांजगीर-चांपा में अवैध होर्डिंग्स का जाल: यातायात और सुरक्षा खतरे में

जांजगीर-चांपा शहर में चारों ओर अवैध होर्डिंग्स और फ्लेक्स बैनरों का बोलबाला है, जिसने शहर की सुंदरता को तो बिगाड़ा ही है, साथ ही यातायात और आम लोगों की सुरक्षा के लिए भी बड़ा खतरा पैदा कर दिया है। शहर के मुख्य मार्गों से लेकर अंदरूनी सड़कों तक, हर जगह ये बैनर और फ्लेक्स बिना किसी अनुमति के लगाए गए हैं।
सड़क पर अतिक्रमण, हादसों को न्योता
ये अवैध होर्डिंग्स अक्सर सड़कों के ऊपर तक फैले होते हैं, जिससे न केवल रास्ता संकरा हो जाता है बल्कि वाहन चालकों को भी परेशानी होती है। कई बार ये फ्लेक्स इतने बड़े होते हैं कि वे आने-जाने वाले वाहनों की दृष्टि बाधित करते हैं, जिसके कारण आए दिन सड़क जाम और दुर्घटनाएं होती रहती हैं। विशेषकर व्यस्त चौराहों और बाजारों में, जहां पहले से ही भीड़भाड़ रहती है, इन होर्डिंग्स ने स्थिति को और भी बदतर बना दिया है।
प्रशासन की चुप्पी पर सवाल
सबसे बड़ा सवाल नगर पालिका की कार्यशैली पर उठ रहा है। इतनी बड़ी संख्या में अवैध होर्डिंग्स लगे होने के बावजूद नगर पालिका कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर रही है। ऐसा लगता है मानो इन अवैध गतिविधियों को लेकर प्रशासन ने अपनी आंखें मूंद ली हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर समय रहते इस पर लगाम नहीं लगाई गई, तो आने वाले दिनों में स्थिति और भी गंभीर हो सकती है।
लोगों की मांग, प्रशासन करे सख्त कार्रवाई
इस गंभीर समस्या से निपटने के लिए शहर के नागरिक प्रशासन से तत्काल कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। वे चाहते हैं कि नगर पालिका ऐसे अवैध होर्डिंग्स को तुरंत हटाए और भविष्य में बिना अनुमति बैनर लगाने वालों पर सख्त जुर्माना लगाए। साथ ही, एक स्पष्ट नीति बनाई जाए ताकि शहर में विज्ञापन केवल निर्धारित स्थानों पर ही लगाए जा सकें।
यह देखना बाकी है कि नगर पालिका और जिला प्रशासन इस गंभीर समस्या पर कब तक संज्ञान लेते हैं और शहर को इस अवैध अतिक्रमण से कब मुक्ति मिलती है।






