एकबार फिर जांजगीर का जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय सुर्खियों में, अपने अधिकार क्षेत्र से बाहर जाकर डीईओ ने एलबी शिक्षक को जारी किया कार्योत्तर अनुमति आदेश

जांजगीर-चांपा। बलौदा के दो स्टाफ का अटैचमेंट जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में होने के बाद एलबी शिक्षक को एमएससी जूलॉजी की परीक्षा उत्तीर्ण करने के उपरांत कार्योत्तर अनुमति डीईओ ने अपने अधिकार क्षेत्र से बाहर जाकर दे दी। जबकि इसके लिए ज्वाइंट डायरेक्टर की अनुमति का प्रावधान है। इस तरह के कई कार्यों को लेकर आजकल जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय सुर्खियों में है।
जांजगीर के जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में बलौदा के दो स्टाफ के अटैचमेंट का मामला मीडिया में आया था। पता चला है कि इस मामले में जब एडीएम ने जवाब तलब किया तो जिला शिक्षा अधिकारी ने उन्हें तर्क देते हुए कहा कि दोनों स्टाफ का अटैचमेंट उनके पहले से है। हालांकि वो चाहे तो दोनों स्टाफ को उनके मूल स्थान पर भेजा जा सकता है, लेकिन यदि वो यहां से चले गए तो यहां का काम प्रभावित होगा। इसलिए यहां उनसे काम लिया जा रहा है। पहले ही तत्कालीन डीईओ ने दोनों स्टाफ का यहां बगैर अनुमति अवैधानिक तरीके से अटैचमेंट किया गया। अब उन्हें रिलीव न करके वर्तमान एडीएम भी शासन के नियम की धज्जियां उड़ा रहे हैं। इसी तरह दूसरे मामले में जिला शिक्षा अधिकारी ने अपने अधिकार क्षेत्र से बाहर जाकर एलबी शिक्षक को पढ़ाई के लिए अनुमति आदेश जारी कर दी, जबकि यह अधिकार ज्वाइंट डायरेक्टर का बताया जा रहा है। बलौदा ब्लाक के रैनपुर स्थित शासकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय में शिक्षक एलबी श्रीमती शशि साहू को पत्र क्रमांक 5911/स्था.02/परीक्षा अनु./2024 के जरिए जिला शिक्षा अधिकारी ने बीते 25 सितंबर को एमएससी जुलाई की परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद कार्योत्तर अनुमति प्रदान की है। इस मामले को लेकर भी जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय सुर्खियों में है।