
जांजगीर चांपा जिले– स्वास्थ्य विभाग में फर्जीवाड़े का एक और मामला सामने आया है। विभाग में कार्यरत एक बाबू पर फर्जी दस्तावेजों के आधार पर नौकरी पाने का गंभीर आरोप लगा है। यह मामला तब उजागर हुआ जब विभागीय जांच में बाबू की शैक्षिक योग्यता और अनुभव प्रमाण पत्रों में गड़बड़ी पाई गई।

सूत्रों के अनुसार, संबंधित बाबू ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर नौकरी हासिल की थी और वर्षों से विभाग में सेवाएं दे रहा था। मामला सामने आने के बाद विभागीय कर्मचारियों और अधिकारियों में हड़कंप मच गया है।
मंत्री से होगी शिकायत
इस पूरे मामले की शिकायत स्वास्थ्य विभाग के उच्चाधिकारियों और संबंधित मंत्री को की जाएगी। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया है कि बाबू ने न केवल दस्तावेजों में हेरफेर किया, बल्कि विभागीय संसाधनों का भी दुरुपयोग किया है।
विशेषज्ञों का मानना है कि फर्जी दस्तावेजों से नौकरी हासिल करना गंभीर अपराध है, जिसके तहत आरोपी को जेल की सजा हो सकती है। यदि यह साबित होता है कि बाबू ने विभागीय नियमों का उल्लंघन किया है, तो उसे तुरंत बर्खास्त कर दिया जाएगा और कानूनी कार्रवाई शुरू होगी।
जनता में आक्रोश
इस खबर के सामने आने के बाद जनता में आक्रोश है। लोग स्वास्थ्य विभाग से पारदर्शिता की मांग कर रहे हैं और इस मामले की निष्पक्ष जांच की उम्मीद कर रहे हैं।
क्या कहते हैं अधिकारी?
विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “यह मामला गंभीर है। यदि आरोप सिद्ध होते हैं, तो दोषी को न केवल नौकरी से निकाला जाएगा, बल्कि कानून के तहत कार्रवाई भी की जाएगी।