जांजगीर और चांपा के बजाय गांवों में यातायात व्यवस्था सुधारने में जुटी यातायात पुलिस, शहरों का भगवान ही मालिक

जांजगीर और चांपा के बजाय गांवों में यातायात व्यवस्था सुधारने में जुटी यातायात पुलिस, शहरों का भगवान ही मालिक
जांजगीर-चांपा। जिला मुख्यालय जांजगीर और चांपा शहर की यातायात व्यवस्था बदहाल है, जिसे दुरूस्त करने यातायात पुलिस रुचि नहीं ले रही है। वहीं यातायात पुलिस इन दिनों ग्रामीण क्षेत्रों की यातायात व्यवस्था सुधारने में व्यस्त है। बिर्रा-केरा मार्ग में यातायात पुलिस की टीम तैनात होकर समन शुल्क काटने में व्यस्त है, जिससे जांजगीर और चांपा शहर के लोग बदहाल यातायात व्यवस्था से बेहाल हैं।आपकों बता दें कि जिले की यातायात व्यवस्था इस कदर बदहाल है कि जगह-जगह जाम की स्थिति निर्मित हो रही है तो वहीं यातायात नियमों का पालन नहीं करने के कारण दुर्घटनाओं का ग्राफ भी बढ़ रहा है। बीते कुछ सालों के आंकड़ों पर गौर किया जाए तो यहां हर रोज दुर्घटना में घायल होकर लोग अस्पताल पहुंच रहे हैं, तो वहीं हर दूसरे दिन दुर्घटना में किसी न किसी की जान जा रही है। ऐसी स्थिति में यातायात व्यवस्था को दुरूस्त करने का जिम्मा यातायात पुलिस पर है, लेकिन यातायात पुलिस भी महज समन शुल्क काटने में ज्यादा व्यस्त है। हद तो तब हो जाती है, जबकि जिला मुख्यालय जांजगीर और चांपा को छोड़कर यातायात पुलिस के जवान गांवों की व्यवस्था पर अपना ज्यादा ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। सोमवार को बिर्रा-केरा मार्ग पर यातायात पुलिस समन शुल्क काटते नजर आई। जब हमनें पूछा कि जांजगीर और चांपा में क्या यातायात व्यवस्था दुरूस्त है, इसलिए गांवों पर ज्यादा ध्यान दिया जा रहा है तो उनके पास कोई संतुष्टिपूर्वक जवाब नहीं था। बहरहाल, शहर की यातायात व्यवस्था बेहाल है।