
जांजगीर-चांपा। छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा जिले की पुलिस व्यवस्था इन दिनों सवालों के घेरे में है। जिले में जुआ, अवैध शराब, ब्याज का कारोबार, डीजल चोरी, कबाड़ चोरी, अवैध वसूली, लूट और डकैती जैसी आपराधिक गतिविधियां चरम पर हैं, जिससे आम जनता त्रस्त हो चुकी है। जनप्रतिनिधियों द्वारा बार-बार इन मामलों को उठाए जाने के बावजूद पुलिस प्रशासन गहरी नींद में सोया हुआ है।
जिले के नागरिक अब एक ऐसे सक्षम और कर्तव्यनिष्ठ पुलिस अधीक्षक की आवश्यकता महसूस कर रहे हैं, जो जिले में कानून व्यवस्था को सुदृढ़ कर सके और अपराधियों पर नकेल कस सके। लोगों का मानना है कि तेजतर्रार पुलिस अधिकारी ही इस बिगड़ी हुई व्यवस्था को पटरी पर ला सकते हैं।
जिले में लगातार बढ़ रहे अपराधों के कारण नागरिकों में भय का माहौल है और वे स्वयं को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। ऐसे में, एक नए और सक्रिय पुलिस अधीक्षक की नियुक्ति से लोगों को काफी उम्मीदें हैं कि वे जिले में शांति और सुरक्षा स्थापित करने में सफल होंगे। अब देखना यह है कि प्रशासन कब तक जिले की इस गंभीर समस्या पर ध्यान देता है और कब तक जांजगीर-चांपा को एक नया पुलिस अधीक्षक मिलता है। चापा में दिनदहाड़े लूट आज तक कोई खुलासा नहीं दिनदहाड़े चाकू बाजी ब्याज में पैसा लेने वाले लगातार आत्महत्या कर रहे सुसाइड नोट पर नाम होने के बावजूद उन लोगों पर कार्यवाही न करना पुलिस के ऊपर सवालिया निशान है तो कहीं ना कहीं लगता है कि पुलिस आत्महत्या का दबाव बनाने वाले को लंबा चौड़ा रकम लेकर बचाने का प्रयास कर रही है!