जांजगीर-चांपा में DJ प्रतिबंध का उल्लंघन: रात भर गूंजते डीजे, प्रशासन की सख्ती की मांग sdm के आदेश का जमाते है रॉब।

जांजगीर-चांपा, 22 जून 2025: पूरे प्रदेश में डीजे पर प्रतिबंध के बावजूद, जांजगीर-चांपा जिले में देर रात तक डीजे बजने की शिकायतें लगातार मिल रही हैं। ऐसा प्रतीत होता है कि अनुविभागीय दंडाधिकारी (SDM) के आदेश का खुले तौर पर उल्लंघन किया जा रहा है, जिससे स्थानीय निवासियों को काफी परेशानी हो रही है। इस स्थिति को देखते हुए, पुलिस और प्रशासन से इस पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग उठ रही है, खासकर जांजगीर-चांपा जिले में जहां यह समस्या अधिक देखने को मिल रही है।
प्रदेश में ध्वनि प्रदूषण को नियंत्रित करने और नागरिकों की शांति सुनिश्चित करने के लिए डीजे के उपयोग पर प्रतिबंध लगाया गया है। इसके बावजूद, विवाह समारोहों, निजी पार्टियों और अन्य आयोजनों में देर रात तक तेज आवाज में डीजे बजाए जा रहे हैं। आयोजक अक्सर एसडीएम के आदेशों की धज्जियां उड़ाते हुए अपनी मनमानी करते दिखते हैं।






स्थानीय निवासियों का कहना है कि तेज आवाज में बजने वाले डीजे के कारण बच्चों और बुजुर्गों को सबसे ज़्यादा परेशानी होती है। छात्रों को पढ़ाई में दिक्कत आती है और मरीजों को आराम करने में परेशानी होती है। कई बार रात भर डीजे के शोर से नींद पूरी नहीं हो पाती, जिससे अगले दिन के कामों पर भी असर पड़ता है।
पुलिस और प्रशासन की ओर से कभी-कभार कार्रवाई होती है, लेकिन वह इतनी प्रभावी नहीं होती कि इस समस्या पर पूरी तरह से अंकुश लग सके। अक्सर देखा जाता है कि शिकायत के बावजूद कार्रवाई में देरी होती है या फिर कोई ठोस कदम नहीं उठाया जाता, जिससे डीजे संचालकों और आयोजकों के हौसले बुलंद रहते हैं।
जिले के नागरिकों और विभिन्न सामाजिक संगठनों ने पुलिस अधीक्षक और जिला प्रशासन से अपील की है कि वे इस गंभीर मुद्दे को संज्ञान में लें और डीजे प्रतिबंध के आदेश का सख्ती से पालन कराएं। दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए ताकि ध्वनि प्रदूषण को नियंत्रित किया जा सके और आम जनता को शांतिपूर्ण जीवन मिल सके। यह समय की मांग है कि प्रशासन अपनी शक्ति का प्रदर्शन करे और यह सुनिश्चित करे कि कानूनों का सम्मान हो।


