छत्तीसगढ़

बदलेगी सिम्स की व्यवस्था, कमिश्नर ने स्वशासी समिति की बैठक में लिए कई फैसले सीवरेज समस्या एक माह के भीतर दूर करने सहित स्किल लैब स्थापित करने जैसे कई योजनाओं पर लगी मुहर

बिलासपुर 29 जुलाई 2021, छत्तीसगढ़ आयुर्विज्ञान संस्थान बिलासपुर के स्वशासी समिति की 22वीं बैठक संभागायुक्त डॉ. संजय अलंग की अध्यक्षता में आयोजित की गई। बैठक में सिम्स मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के सुचारू संचालन के लिए कई निर्णय लिए गये। संभागायुक्त ने सिम्स में सीवरेज की समस्या के स्थायी निदान हेतु पीडब्लूडी और नगर निगम को मिलकर कार्य करने और एक माह के भीतर इस समस्या का निराकरण करने का निर्देश दिया।
संभागायुक्त कार्यालय बिलासपुर में आयोजित इस बैठक में सिम्स के डीन डॉ. तृप्ति नागरिया ने बताया, “भवन मरम्मत हेतु 25 करोड़ की राशि का प्रस्ताव बजट में शामिल करने हेतु भेजा गया है। उन्होंने बताया, सिम्स के नव प्रवेशित छात्रो को आधार पाठ्यक्रम जिसमे स्थानीय भाषा, कम्प्यूटर, खेल कूद इत्यादि का अध्यापन कराने के लिए अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय बिलासपुर से अनुबंध हो गया है। सिम्स के चिकित्सालय में मैकेनाइज्ड सेन्ट्रल लॉण्ड्री वाशिंग मशीन हेतु एसईसीएल द्वारा राशि स्वीकृत की गई है। सर्जिकल विभाग में लिफ्ट के लिए भी एसईसीएल द्वारा राशि प्रदान की गई है।“
बैठक में सिम्स की डीन डॉ. तृप्ति नागरिया, अधीक्षक डॉ. पुनीत भारद्वाज, उपायुक्त अर्चना मिश्रा, संयुक्त कलेक्टर अंशिका पाण्डेय सहित सिम्स के अधिकारी तथा संबंधित विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।
स्किल लैब स्थापित करने जैसे कई महत्वपूर्ण निर्णय
बैठक में सत्र 2021-22 में स्वशासी मद से संपादित कार्यो की कार्योत्तर स्वीकृति का अनुमोदन किया गया। इसमें सिम्स चिकित्सालय में 200 केएलडी का ईटीपी स्थापित करने के प्रस्ताव का अनुमोदन किया गया। सिम्स महाविद्यालय के फार्माकोलॉजी विभाग में स्किल लैब स्थापना के लिए स्वशासी मद से प्रस्तावित कार्यों का अनुमोदन किया गया। संभागायुक्त ने निर्देशित किया कि सिम्स द्वारा छात्रों को कौशल प्रशिक्षण देने के लिए ट्रेड का पंजीयन कराया जाए। जिससे प्रशिक्षण उपरांत उन्हें प्रमाण पत्र भी दिया जा सकेगा। स्वशासी समिति द्वारा पूर्व में आरटीपीसीआर मशीन क्रय करने का निर्णय लिया गया था। वर्तमान में सीएसआर मद और सामाजिक संस्था द्वारा एक-एक आरटीपीसीआर मशीन सिम्स को उपलब्ध कराई जा चुकी है। इसलिए उक्त मशीन क्रय के प्रस्ताव को विलोपित करने एवं सिम्स के भवन में तड़ित चालक लगाने के लिए तात्कालिक रूप से स्वशासी मद से राशि व्यय करने का निर्णय लिया गया। कोविड-19 के तीसरे लहर की संभावना को देखते हुए चिकित्सालय के शिशु रोग वार्ड में ऑक्सीजन गैस पाईपलाइन स्थापित करने का निर्णय लिया गया।

Related Articles

Leave a Reply

Back to top button